cm yogi adityanath News: दीपावली के त्योहार में अब बस कुछ ही दिन बाकी है। इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को उपद्रवियों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कोई भी त्योहार के आनंद और उत्साह को बाधित करने की कोशिश करेगा तो उसे बिना किसी देरी के सलाखों के पीछे डाल दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चेतावनी देते हुए कहा, “उत्साह और उमंग के त्योहार में किसी ने रंग में भंग डालने का काम किया, किसी ने व्यवधान डालने का प्रयास किया तो जेल की सलाखें उसका इंतजार कर रही होंगी। वो कोई भी होगा उसे अंदर ठूंसने में बहुत देर नहीं लगेगी। इसीलिए बहनों और भाइयों त्योहार शांतिपूर्ण तरीके और सौहार्दपूर्ण तरीके से एक दूसरे को बधाई देते हुए हमें मनाने चाहिए।”

ये सरकार दंगाइयों के सामने घुटने नहीं टेकती- सीएम योगी

सीएम योगी ने आगे कहा, “मुझे प्रसन्नता है कि गत आठ वर्ष के अंदर जो भी पर्व और त्योहार उत्तर प्रदेश में आयोजित हुए सारे के सारे समुदायों के चाहे वो होली हो या दीपावली हो या विजयादशमी, रामनवमी हो ईद या क्रिसमस का पर्व हो सारे के सारे त्योहार शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित होते हैं। हर एक व्यक्ति अपने-अपने त्योहार को मनाएं। अपनी आस्था का सम्मान करें, ये पर्व और त्योहार सड़कों पर प्रदर्शन की वस्तु नहीं है। ये सामूहिक रूप से अपनी अभिव्यक्ति को समाज के सामने प्रस्तुत करने का एक माध्यम होता है। लोग एक-दूसरे से गले मिलें और सामूहिक रूप से विकास की प्रक्रिया का हिस्सा बनें। अपने परिवार की खुशी को अपने समाज के साथ शेयर करे। यही पर्व और त्योहार के पीछे का उद्देश्य होता है। अब ये वो भाव और सरकार नहीं है जो दंगाइयों के सामने घुटने टेकती हो। ये सरकार तो जो जिस भाषा में समझेगा, उस भाषा में समझेगा उस भाषा में समझाना भी जानती है।”

प्रदेश में गरीब तबाह होता था- मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “2017 के पहले परिवार से ऊपर सोच ही नहीं थी। केवल अपने परिवार के बारे में सोचता था। महाभारत के सभी रिश्ते उसमें आते थे। उत्साह के उमंग को दंगों की भेंट चढ़ा देते थे। गुंडागर्दी की भेंट चढ़ा देते थे। अव्यवस्था फैलाते थे। किसी भी गरीब को योजना का फायदा नहीं मिल पाता था। नौजवानों की नौकरी में डकैती पड़ती थी। विकास कार्यों के पैसों में छीनाझपटी चलती थी। गरीबों को इसका फायदा नहीं मिलता था। इसका परिणाम क्या होता था। प्रदेश सही से त्योहार नहीं मिल मना पाता था। प्रदेश के अंदर गरीब तबाह होता था। हर जिले में इनके द्वारा पाले गए गुंडे अराजकता फैलाते थे। डबल इंजन की भाजपा सरकार ने कहा कि ‘परिवारवाद’ से नहीं, पूरे प्रदेश को परिवार मानकर काम करना होगा।”

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