UP News: मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने एक बार फिर केंद्र सरकार के खिलाफ बड़ा बयान दिया है। बुलंदशहर में राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा ‘किसानों और सरकार में लड़ाई होगी तो मैं राज्यपाल से इस्तीफा दे दूंगा।’ दरअसल, राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिला में एक सभा को संबोधित करते हुए ये बातें कही। उन्होंने किसानों के एमएसपी को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है।
बुलंदशहर के गांव मुढ़ी बकापुर में ग्राम दिवस के प्रोग्राम में मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि अगर सरकार एमएसपी को लेकर किसानों की बात नहीं मानती है तो मैं अपनी गवर्नर की कुर्सी छोड़कर किसानों के साथ आंदोलन में शामिल हो जाऊंगा। इस दौरान राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा गुरुवार (8 सितंबर) दिल्ली में राज्य पथ के नाम को कर्तव्य पथ करने के सवाल को लेकर कहा कि मैं इससे सहमत नहीं हूं।
जब पीएम मोदी को सीधे निशाने पर लिया
इससे पहले 21 अगस्त 2022 को राज्यपाल सत्यपाल मलिक किसानों के मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा था। सत्यपाल मलिक ने कहा था कि देश के किसानों को हराया नहीं जा सकता। जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती, वह अपना विरोध जारी रखेंगे। इस दौरान उन्होंने कहा था कि एमएसपी देश में इसलिए लागू नहीं हो रही, क्योंकि पीएम का एक फ्रेंड है, जिसका नाम अडानी है। जो पिछले 5 साल में एशिया का सबसे अमीर आदमी बन गया हैं।
केंद्र सरकार के खिलाफ रहते हैं मुखर
दरअसल, मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने किसानों के मुद्दे को लेकर अक्सर केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ मुखर होकर आवाज उठाते रहते हैं। सत्यपाल मलिक के बयानों मे अक्सर सरकार केंद्र सरकार की खामियों के बारे में जिक्र होता है। एक बार उन्होंने कहा था कि सरकार की एमएसपी कानून को लेकर नीयत साफ नहीं दिखाई देती है। सरकार एमएसपी को लेकर अपनी नीयत साफ करें। सत्यपाल मलिक ने केंद्र को संवेदनहीन सरकार कह कर बुलाया था।
“किसानों की लड़ाई में उनके साथ हूं”
बता दें कि मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक खुद सरकार में होने के बावजूद हमेशा किसानों के हक की आवाज उठाते रहते हैं। सत्यपाल मलिक का कहना है कि किसान आंदोलन में 700 किसानों की शहादत हुई, जिससे उनको गहरा आघात पहुंचा है। वहीं, इन किसानों के लिए केंद्र सरकार के पास कहने के लिए दो शब्द तक नहीं है। सत्यपाल मलिक ने कई बार ऐलान किया है कि वह किसानों के लिए केंद्र सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ने को तैयार है।