Pahalgam Terror Attack: पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए कानपुर के शुभम द्विवेदी के पिता संजय द्विवेदी ने रविवार आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने मुलाकात की। इस दौरान संजय सिंह ने कहा कि सरकार को पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ित परिवारों को मुआवज़ा और नौकरी देनी ही चाहिए। इसमें बहुत देरी हो चुकी है।

AAP सांसद ने कहा कि मैंने संसद में यह मुद्दा उठाया था कि पीड़ित परिवारों की मांग है कि पहलगाम में मारे गए सभी लोगों को शहीद का दर्जा दिया जाए। शुभम के पिता की भी मांग है कि जो दुखद घटना हुई है उसकी भरपाई ज़िंदगी भर नहीं हो सकती, लेकिन प्रधानमंत्री और सरकार जो कदम उठा सकते हैं, वे जरूर उठाए… इससे आतंकवाद के खिलाफ एक संदेश भी जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार को पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ित परिवारों को मुआवज़ा और नौकरी देनी ही चाहिए। इसमें बहुत देरी हो चुकी है।

वहीं, शुभम द्विवेदी के पिता संजय द्विवेदी ने AAP नेता संजय सिंह की तारीफ की। संजय द्विवेदी ने कहा कि वे(संजय सिंह) उन चंद नेताओं में से हैं जो सच के साथ खड़े होते हैं। उन्होंने संसद में हमारी समस्याओं को पूरी ताकत से रखा। मुझे उम्मीद है कि वे आगे भी हमारी मांगों के साथ खड़े रहेंगे। मैंने प्रधानमंत्री को 2 पत्र लिखे हैं (पीड़ित परिवारों के लिए मुआवजे और पीड़ितों को ‘शहीद’ का दर्जा देने की मांग करते हुए)। यह दलीय राजनीति का मामला नहीं है। यह एक राष्ट्रीय मुद्दा है।

ऐशन्या द्विवेदी भारत और पाकिस्तान मैच को लेकर उठा चुकीं सवाल

वहीं, इससे कुछ दिन पहले शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशन्या द्विवेदी ने भारत और पाकिस्तान के प्रस्तावित क्रिकेट मैच का कड़ा विरोध किया था। ऐशन्या ने साफ शब्दों में कहा कि एक तरफ ऑपरेशन सिंदूर चल रहा है और दूसरी तरफ पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैच कैसे खेला जा सकता है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या तीन महीने में देश इस हादसे को भूल गया?

ऐशन्या ने कहा कि जिस देश ने हमारे 26 लोगों को मार डाला, उसी से हम क्रिकेट मैच खेलेंगे? क्या एक भारतीय के तौर पर हमारा दर्द कोई मायने नहीं रखता? उन्होंने बीसीसीआई के फैसले पर नाराजगी जताई और पूछा कि क्या इतना बड़ा हमला तीन महीने में भुला दिया गया?

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शुभम के चाचा मनोज द्विवेदी ने कहा कि क्रिकेट एक मनोरंजन का साधन है, लेकिन इस वक्त इस तरह का कोई भी खेल गलत होगा। उन्होंने कहा कि पहलगाम जैसे कायराना हमले के बाद कोई भी खेल, खासकर पाकिस्तान के साथ, नहीं होना चाहिए। परिवार के अनुसार, शुभम के पिता इस फैसले से बेहद आहत हैं। पूरे परिवार ने बीसीसीआई के इस फैसले का विरोध करते हुए कहा कि यह राष्ट्रीय सम्मान का मामला है और दुश्मन देश के साथ कोई मैच स्वीकार नहीं किया जा सकता।

पहलगाम में क्या हुआ था?

22 अप्रैल, 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैसरन घाटी में आतंकियों ने पर्यटकों पर हमला कर दिया था। इसमें 26 लोग मारे गए, जिनमें अधिकांश हिंदू थे। एक ईसाई पर्यटक और एक स्थानीय मुस्लिम व्यक्ति की भी जान गई। कानपुर निवासी शुभम द्विवेदी को आतंकियों ने सबसे पहले गोली मारी थी।

हमले के मास्टरमाइंड मारा गया

भारतीय सेना ने इस हमले के मास्टरमाइंड और लश्कर-ए-तैयबा के टॉप कमांडर हाशिम मूसा को मुठभेड़ में मार गिराया है। वह सिर्फ पहलगाम ही नहीं, बल्कि सोनमर्ग टनल हमले का भी जिम्मेदार था। पहलगाम हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर हमला कर कई आतंकियों को ढेर किया।