Mukhtar Ansari: पूर्व विधायक और माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की गुरुवार बांदा मेडिकल में हार्ट अटैक से मौत हो गई। बांदा जेल में तबीयत बिगड़ने के बाद उसे मेडिकल कॉलेज लाया गया था। मुख्तार का आज गाजीपुर के कालीबाग कब्रिस्तान में उसको दफनाया जाएगा। मुख्तार अंसारी पर कई केस दर्ज थे। उसको कई मामलों में दोषी करार दिया गया था, लेकिन जब से यूपी में योगी सरकार आई, तब से उसकी मुश्किलों में इजाफा होने लगा था। उसका प्रमुख कारण था कि कोर्ट में मुख्तार से संबंधित मुकदमों में तेजी से सुनवाई हुई।
यूपी में योगी सरकार बनने के बाद मुख्तार डर के साए में जीने लगा था। यही नहीं साल 2021 में एक केस की सुनवाई के दौरान मुख्तार अंसारी ने सुप्रीम कोर्ट से कहा था कि मुझे एनकाउंटर का डर सता रहा है। यही नहीं मुख्तार अंसारी ने सुप्रीम कोर्ट में देश के पूर्व राष्ट्रपति हामिद अंसारी से अपने रिश्ते का भी जिक्र किया था और कहा था कि मैं हामिद अंसारी की फैमिली से आता हूं।
उत्तर प्रदेश में अपराधियों के एनकाउंटर के डर से मुख्तार ने भी मारे जाने की आशंका जताई थी। मुख्तार ने कहा था कि मुझे राज्य प्रायोजित एनकाउंटर में मारे जाने का खतरा है। माफिया ने इसके साथ ही हवाला दिया था कि मैं ऐसे परिवार से आता हूं, जिसने देश के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान दिया था। यही नहीं पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी भी मेरे परिवार के हैं। बसपा के विधायक रहे मुख्तार अंसारी ने तब खुद को पंजाब की जेल से यूपी की जेल में शिफ्ट किए जाने का विरोध किया था। साथ ही हत्या का डर जताया था।
मुख्तार अंसारी ने तब कोर्ट में एफिडेविट दिया था, ‘याची की जान को यूपी की मौजूदा सरकार में जान का खतरा है। उन्हें पंजाब से यूपी शिफ्ट किए जाने की मांग डेथ वारंट की तरह ही है।’ यही नहीं इस दौरान मुख्तार अंसारी ने अपने पूरे परिवार की कुंडली ही कोर्ट के सामने रख दी थी। मुख्तार अंसारी ने कहा था कि मैं ऐसे परिवार का हिस्सा हूं, जिसने देश की स्वतंत्रता आंदोलन में बड़ा योगदान दिया था। देश के पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी मेरे परिवार से हैं। ओडिशा के गवर्नर रहे शौकतुल्लाह अंसारी, जस्टिस आसिफ अंसारी भी परिवार के ही सदस्य हैं। मेरे अपने पिता शुभानुल्लाह अंसारी भी आंदोलनकारी और सामाजिक कार्यकर्ता रहे हैं।