2014 और 2019 के चुनाव में भाजपा ने उत्तराखंड की सभी पांच लोकसभा सीटें जीती थीं। अब 2024 के लोकसभा चुनाव में पुष्कर सिंह धामी को पिछले दो लोकसभा चुनाव के बराबर का ही चुनावी परिणाम देना है, इसीलिए उन्होंने अभी से अगले लोकसभा चुनाव के लिए चुनावी पिच तैयार करनी शुरू कर दी है।
धामी ने 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए हिंदुत्व का चुनावी मैदान तैयार करने के लिए अपने तरकश के सभी तीर छोड़ दिए हैं। एक तरफ उन्होंने सरकार नौकरियों में नियुक्ति के समय भ्रष्टाचार की परत दर परत उखाड़नी शुरू कर दी है, वहीं वे राज्य के विकास का भी एजंडा चला रहे हैं।
इससे हटकर उन्होंने हिंदुत्व को सबसे कारगर औजार बनाने के लिए समान आचार संहिता का दांव खेला है। इसके लिए उन्होंने उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश देसाई के नेतृत्व में एक समिति बनाई है जो जुलाई में अपनी रपट राज्य सरकार को देगी। उसके बाद राज्य सरकार राज्य में समान आचार संहिता लागू करेगी।
इसके अलावा धामी सरकार ने राज्य में सरकारी भूमि पर बनी हुर्इं मजारों को ध्वस्त करने का अभियान युद्ध स्तर पर चलाया है। इसका हरिद्वार जिले में मुसलिम संप्रदाय के लोगों ने जबरदस्त विरोध किया और साथ ही कांग्रेस के विधायकों ने भी हरिद्वार के जिलाधिकारी का घेराव किया और जमकर हंगामा किया। कांग्रेस विधायकों के विरोध को भाजपा ने हाथोंहाथ मुद्दा बनाया और विपक्षी पार्टी पर तुष्टीकरण का आरोप लगाया। यह मुद्दा बहुत तेजी से जोर पकड़ रहा है।
राज्य में सरकारी भूमि पर बनी 277 अवैध मजारें तोड़ दी गई हैं और अन्य अवैध मजारों को तोड़ने का काम किया जाना बाकी है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार केवल देहरादून जनपद में 53 मजारें सरकारी भूमि पर बनी हुई हैं। 277 अवैध मजारें तोड़कर प्रशासन ने सरकार की 68 हेक्टेयर जमीन को मुक्त कराया है।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष और श्री निरंजनी पंचायती अखाड़ा के सचिव महंत रविंद्र पुरी ने कहा कि सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बनाए गए धार्मिक स्थलों को हटाने के धामी सरकार के फैसले का अखाड़ा परिषद स्वागत करती है।
जल्द ही नया दांव
धामी हिंदुत्व के एजंडे को और अधिक मजबूत करने के लिए जल्दी ही नया दांव खेलने जा रहे हैं। उसमें जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने का मुद्दा प्रमुख है। धामी और राज्य भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने संकेत दिया है कि जल्द ही जनसंख्या नियंत्रण कानून लाया जा सकता है। साथ ही, भाजपा ने भूमि सुधार कानून सख्त से सख्त बनाने की बात कही है ताकि लोग राज्य में जमीन खरीद कर यहां का सामाजिक ताना-बाना प्रभावित ना कर सकें।
पिछले दिनों उत्तराखंड के दौरे पर आए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जनवरी 2024 में अयोध्या में भव्य राम मंदिर का उद्घाटन करने का एलान किया था। उन्होंने कांग्रेस पर राम मंदिर के मामले में रोड़ा लगाने का आरोप लगाया था और कहा था कि अब अयोध्या में राम मंदिर बनेगा उसका उद्घाटन होगा तो तुष्टीकरण की राजनीति करने वालों को तकलीफ होगी।
इस तरह शाह भी हिंदुत्व के चुनावी मैदान को और अधिक मजबूती दे गए। अब आने वाले दिनों में धामी सरकार राज्य में हिंदुत्व के कई कार्ड खेलेगी और इसी मुद्दे पर राज्य में 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ा जाएगा। राजनीतिक विश्लेषक डा अवनीत कुमार घिल्डियाल का कहना है कि मुख्यमंत्री के हिंदुत्व का एजंडा पूरी तरह से राजनीति के रंग में रंग गया है।