Himachal Pradesh Elections 2022: हिमाचल प्रदेश विधानसभा की चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है, लेकिन जो सबसे बड़ी बात है, वो यह है कि कांग्रेस ने अभी तक इस चुनाव को लेकर अपना सीएम फेस की घोषणा नहीं की है, लेकिन हिमाचल चुनाव को लेकर कांग्रेस ने शनिवार (5 नवंबर) को शिमला में अपना घोषणापत्र जारी किया है। जिसमें जनता से कई तरह के वादे किए गए हैं।

वहीं केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने हिमाचल प्रदेश में बुधवार को बीजेपी प्रत्याशी के पक्ष में जनसभा को संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसा। शाह ने कहा कि कांग्रेस अभी अपना मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं कर पाई है, लेकिन कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद के लिए आठ दावेदार हैं। शाह ने हमीरपुर जिले के नादौन में एक रैली के दौरान कहा कि कांग्रेस राजाओं और रानियों की पार्टी है और भले ही हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री पद के कई उम्मीदवार मैदान में हों, लेकिन वास्तव में किसी को भी मौका नहीं मिलेगा।

धर्मशाला निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार सुधीर शर्मा ने अमित शाह के बयान पर पलटवार करते हुए शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस में और भी उम्मीदवार हो सकते हैं। यह एक प्रतिस्पर्धा है, क्योंकि यह लोकतंत्र है और यह अच्छी बात है। यह होना चाहिए। इसका मतलब है कि हमारे पास कई सक्षम उम्मीदवार हैं और बहुत सारे विकल्प हैं।

बता दें, कांग्रेस में सीएम पद के लिए पहले से ही कुछ दावेदारों के बीच कांग्रेस किसी स्पष्ट दावेदार की घोषणा नहीं कर पाई है। तीन दावेदारों में मौजूदा सांसद प्रतिभा सिंह जो वीरभद्र सिंह की पत्नी, हिमाचल विधानसभा में विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री और पार्टी की प्रचार समिति के प्रभारी सुखविंदर सिंह सुक्खू शामिल हैं।

इस बीच ABP C-Voter Survey ने लोगों की राय जानने के लिए एक सर्वे किया है। जिसमें पूछा गया था कि हिमाचल में वीरभद्र सिंह के बिना कांग्रेस बीजेपी का मुकाबला कर पाएगी? इस सवाल के जावब में 54 फीसदी लोगों ने इसका जवाब हां में दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस वीरभद्र सिंह के बिना बीजेपी का विधानसभा में मुकाबला कर पाएगी। जबकि 46 प्रतिशत लोगों को मानना है कि पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के बिना कांग्रेस, बीजेपी को टक्कर नहीं दे पाएगी।

हिमाचल कांग्रेस अभी अपने नेता वीरभद्र सिंह को याद कर रही है। जो राज्य के छह बार मुख्यमंत्री रहे। नौ बार विधायक, चार बार सांसद, तीन बार के केंद्रीय मंत्री और चार बार पार्टी प्रमुख थे। जिनका पिछले साल 8 जुलाई को निधन हो गया था। हिमाचल प्रदेश की 68 सीटों विधानसभा सीटों के लिए 12 नवंबर को मतदान होगा, जबकि 8 दिसंबर को मतगणना होगी।