Inauguration of Kartavya Path: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार (8 सितंबर) को सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा का अनावरण करने के साथ दिल्ली में कर्तव्य पथ का उद्घाटन भी किया। पीएम के इस कार्यक्रम को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि उसने विपक्षी नेताओं को इस कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं किया और आरोप लगाया कि इस तरह के आयोजन केवल शासन के महत्वपूर्ण मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए आयोजित किए जा रहे हैं। वहीं हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के विधायक ने राजपथ का नाम कर्तव्य पथ किये जाने का स्वागत किया है।
राज्य सभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, ‘विपक्ष को आमंत्रित करना तो छोड़िए हम उनसे आमंत्रित करने की उम्मीद नहीं करते लेकिन उन्होंने क्या उद्घाटन किया है? यह एक पुरानी सड़क है। उन्होंने इसका विस्तार और सौंदर्यीकरण किया। यह भूमि का नया अधिग्रहण या विस्तारित सड़क नहीं है। एक फुटपाथ को फिर से बनाना और कुछ सौंदर्यीकरण करना इसे एक नया नाम देना और खुद प्रधानमंत्री इसका उद्घाटन करना इस तरह की छोटी-छोटी चीजों के लिए मुझे समझ में नहीं आता कि इसकी क्या आवश्यकता थी।”
ऐसे आयोजनों से जनता का ध्यान मूल मुद्दों से भटकाते हैं पीएम
खड़गे ने आगे कहा,“पीएम मोदी मूल रूप से इस तरह के आयोजनों के माध्यम से बेरोजगारी, आर्थिक कुप्रबंधन और मूल्य वृद्धि जैसे मुद्दों से ध्यान हटाना चाहते थे। तो, इस तरह के एक समारोह का आयोजन करें और फिर एक लंबा भाषण दें। क्या वह एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करेंगे और अपनी सरकार की तथाकथित उपलब्धियों पर पत्रकारों के सवालों का जवाब देंगे? अगर उन्हें लगता है कि उनकी सरकार ने बहुत कुछ किया है तो एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करें।
हिमाचल के कांग्रेस विधायक ने किया स्वागत
वहीं नरेंद्र मोदी सरकार की नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार के राजधानी दिल्ली के राजपथ का नाम बदल कर कर्तव्य पथ किए जाने के फैसले का हिमाचल प्रदेश के कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने स्वागत किया है। शिमला ग्रामीण के विधायक ने गुरुवार को फेसबुक पोस्ट में लिखा,”राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ करना एक स्वागत योग्य कदम है।”
ब्रिटिश शासन खत्म हो चुका है इमारतों के नाम बदले जाने चाहिए
हिमाचल प्रदेश के दिवंगत मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे और राज्य कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के बेटे ने कहा, “ब्रिटिश शासन समाप्त हो गया। हर इमारत पर अंग्रेजों के नाम बदले जाने चाहिए”। नई दिल्ली नगर परिषद (एनडीएमसी) ने बुधवार को अपनी विशेष बैठक में आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय से राजपथ का नाम बदलकर ‘कर्तव्य पथ’ करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी।