हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने चुनाव प्रचार में काफी मेहनत की। वहीं यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ फिर से भाजपा के प्रमुख प्रचारक के रूप में उभरे। उन्होंने पांच दिनों के भीतर 16 रैलियों को संबोधित किया। योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषणों में कांग्रेस पर हमला किया और भाजपा के मूल मुद्दों को दोहराया।

2017 के हिमाचल चुनावों में भी योगी आदित्यनाथ पार्टी के स्टार प्रचारकों में से एक थे।भाजपा ने योगी आदित्यनाथ को मंडी, कांगड़ा, कुल्लू, सोलन, ऊना, हमीरपुर, शिमला और बिलासपुर जिलों में उतारा, जिसमें मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर का निर्वाचन क्षेत्र और भाजपा के बागी का सामना करने वाली सीटें शामिल हैं। ठियोग विधानसभा क्षेत्र में भी बैठक हुई थी, जहां कांग्रेस को बागियों का डर है।

भाजपा नेताओं ने कहा कि योगी आदित्यनाथ के यूपी में काम को लेकर और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर उनका हिमाचल में काफी क्रेज था और उनकी रैलियों की मांग भी बहुत थी। यूपी की तरह कानून और व्यवस्था उनकी रैलियों में प्रमुख मुद्दा रहा।

योगी आदित्यनाथ ने जोर देकर कहा कि हिमाचल एक “देवभूमि” है, और पूछा कि कांग्रेस ऐसे राज्य का नेतृत्व कैसे कर सकती है। उन्होंने कांग्रेस पर हिंदू देवताओं का “मजाक” करने का आरोप लगाया और राम मंदिर के लिए बीजेपी की “प्रतिबद्धता” के बारे में बात की। पालमपुर में, आदित्यनाथ ने याद किया कि अयोध्या में राम मंदिर के लिए एक प्रस्ताव पहली बार इसी शहर में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में पारित किया गया था।

एक रैली में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी में कांग्रेस के पास एक व्यक्ति का अंतिम संस्कार करने के लिए भी पर्याप्त सीटें नहीं हैं। उत्तर प्रदेश की 403 सीटों में से कांग्रेस ने केवल दो सीटें जीतीं थी। एक व्यक्ति को श्मशान तक ले जाने के लिए कम से कम चार लोगों की जरूरत होती है, आदित्यनाथ ने रैली में कहा था। हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग जारी है।

योगी आदित्यनाथ का कथन यूपी में उनके अभियान के अनुरूप था, जहां उन्होंने राज्य में विपक्ष की अनुपस्थिति को बार-बार रेखांकित किया। उन्होंने जिन राष्ट्रीय मुद्दों को उठाया, उनमें आदित्यनाथ ने राष्ट्रीय सुरक्षा को सर्वोच्च बताया। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में सेना में शामिल होने वाले हिमाचल के युवा इसमें महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।