Himachal Assembly Election: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के शिमला (Shimla) जिले के रामपुर विधानसभा क्षेत्र की दत्तनगर पंचायत में शनिवार रात कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने निजी वाहन से लाई जा रही ईवीएम को देखकर नेशनल हाईवे-5 पर हंगामा किया। साथ ही पोलिंग पार्टी पर ईवीएम में हस्तक्षेप करने का भी आरोप लगाया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि बीजेपी के इशारे पर ईवीएम/वीवीपैट मशीनों से छेड़छाड़ की मंशा से ले जाई जा रहा थी। बता दें, शनिवार को हिमाचल प्रदेश की 68 विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ था।

करीब एक घंटे तक चले विवाद के बाद चुनाव पर्यवेक्षक भावना गर्ग मौके पर पहुंची और उन्होंने कार्रवाई करने का आश्वासन देकर कांग्रेस विधायक और कार्यकताओं को शांत किया। जिसके बाद जिला चुनाव आयोग के अधिकारियों ने पोलिंग पार्टी के सदस्यों को तुरंत निलंबित कर दिया।

कांग्रेस विधायक नंद लाल ने मीडिया से बात करते हुए आरोप लगाया कि ईवीएम को एक निजी कार में ले जाया जा रहा था। जिसके बाद हमने इसकी सूचना पुलिस और चुनाव आयोग के अधिकारियों को दी। नियमों के अनुसार मतदान प्रक्रिया समाप्त होने के बाद ईवीएम को सरकारी वाहनों से मतगणना केंद्र तक ले जाना होता है।

जिला चुनाव आयोग के अधिकारियों ने कहा कि उन्हें शनिवार शाम मतदान पूरा होने के बाद सूचना मिली कि दत्तनगर -49 को सौंपी गई पोलिंग पार्टी संख्या 146 उनके निजी वाहन में ईवीएम/वीवीपैट ले जायी जा रही है, जिसका पंजीकरण संख्या एचपी-03डी-2023 है। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस प्रशासन ने हंगामा कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को शांत कराया। इसके बाद ईवीएम/वीवीपीएटी मशीनों को स्ट्रांग रूम में भेजा गया।

चुनाव आयोग के अधिकारियों ने स्ट्रांग रूम के बाहर कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में ईवीएम/वीवीपीएटी मशीनों की बारीकी से जांच की और दावा किया कि मशीनों को ठीक से सील कर दिया गया था और कोई छेड़छाड़ नहीं पाई गई थी। अधिकारियों ने दावा किया कि पोलिंग पार्टी ने ईवीएम/वीवीपीएटी मशीनों को जमा करने और जिम्मेदारी से मुक्त होने के लिए जल्दबाजी में एक निजी वाहन का इस्तेमाल किया।

रिटर्निंग ऑफिसर (एसडीएम) सुरेंद्र मोहन ने कहा कि हमने पाया कि मतदान दल संख्या 146 एक निजी वाहन में ईवीएम / वीवीपैट मशीन ले जा रहा था, जो कि चुनाव आयोग के निर्देश का स्पष्ट उल्लंघन है और प्रथम दृष्टया पाया गया कि पार्टी ने उचित प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया है और नियमों का उल्लंघन किया है।