हाथरस में सत्संग के दौरान हुए हादसे को लेकर SIT की टीम आज जांच रिपोर्ट शासन को सौंप दी है। इस जांच रिपोर्ट में एसआईटी द्वारा 100 लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं। इस रिपोर्ट को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना के 24 घंटे के भीतर ही पेश करने का आदेश दिया था। जांच रिपोर्ट में डीएम और एसएसपी के भी बयान दर्ज किए गए हैं। इस जांच रिपोर्ट को लेकर एसआईटी की टीम बीती देर रात तक काम करती रही। हालांकि बयान में 132 लोगों के बयान दर्ज होने हैं। इस लिस्ट में साकार हरि भोले बाबा का भी नाम शामिल है।

हादसे के बाद बीते मंगलवार को योगी सरकार ने एडीजी आगरा जोन अनुपम कुलश्रेष्ठ के नेतृत्व में एसआईटी गठन किया था। हादसे के बाद बुधवार तक राहत और बचाव कार्य की वजह से कुछ खास जांच नहीं कर पाई थी। हाथरस हादसे के बाद मुख्यमंत्री का भी घटना स्थल का दौरा हुआ। योगी ने हादसे में घायल लोगों से भी मुलाकात की थी। योगी के जाने के बाद जांच कमेटी ने अपने काम में तेजी लाई।

जांच के लिए कमेटी ने पहले प्रारूप तैयार किया। इस दौरान ही तय हुआ कि किन-किन लोगों के बयान दर्ज होने हैं। सभी लोगों की सूची बनाकर उन सभी लोगों का बयान पुलिस लाइन में दर्ज किया गया। अभी तक कुल 100 से ज्यादा लोगों का बयान दर्ज किया जा चुका है। इन सारे रिपोर्ट में इस बात को ध्यान में रखना है कि कोई भी दोषी बचने न पाए।

एसआईटी के इस में सबसे बड़ा सवाल ये है कि बाबा का बयान किस तरह दर्ज हो। मंगलवार को हुए हादसे के बाद से ही बाबा फरार चल रहा है। एसआईटी द्वारा तैयार लिस्ट में बाबा का नाम भी है फिर भी पुलिस को कोई सुराग नहीं मिल पा रहा है कि बाबा का बयान कैसे दर्ज होगा। इस मामले को लेकर एडीजी आगरा जोन अनुपम कुलश्रेष्ठ ने बताया कि एसआईटी का जांच चल रही है। उम्मीद है कि आज शुक्रवार को शाम तक जांच रिपोर्ट शासन को भेज दी जाए।

सत्संग के दौरान हुए इस हादसे में बाबा भोले के 121 भक्तों की मौत हो गई थी। इस मामले में बाबा के सेवादारों पर मुकदमा दर्ज किया जा चुका है। लेकिन बाबा अभी भी फरार है। पुलिस अभी उसी छानबीन में लगी है।