उत्तर प्रदेश में भाजपा के एक वरिष्ठ नेता का मानना है कि प्रदेश पुलिस हाथरस गैंगरेप और हत्या मामले में ठीक से काम करने में नाकाम रही है। भाजपा नेता की टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब हाथरस जिले में दलित युवती (20) से गैंगरेप और उसकी हत्या के मामले में सीबीआई ने शुक्रवार को चार आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की।

सीबीआई चार्जशीट के अनुसार बीस वर्षीय दलित युवती के साथ चार लोगों ने 14 सितंबर को सामूहिक दुष्कर्म किया। युवती की बाद में 29 सितंबर को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई थी। इसके बाद हड़बड़ी में 30 सितंबर की रात उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। युवती के परिवार ने आरोप लगाया था कि स्थानीय पुलिस ने आनन-फानन में अंत्येष्टि करने के लिए उन पर दबाव डाला था। स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने कहा कि अंत्येष्टि परिवार की इच्छा के अनुसार की गई। इस घटना के बाद पूरे देश में आक्रोश फैल गया।

बता दें कि सीबीआई चार्जशीट पर यूपी के श्रम राज्य मंत्री सुनील भराला ने एनडीटीवी से कहा कि सरकार हमेशा पीड़ित परिवार के साथ खड़ी रही है। सीएम योगी आदित्य नाथ ने खुद निर्णय लिया था कि मामले की जांच सीबीआई को करनी चाहिए। उन्हें ये भी भरोसा नहीं था कि पुलिस अच्छे से अपना काम करेगी। बकौल भराला- सारे पुलिस ऑफिसर दूध के धुले हुए नहीं हैं। घटना के पहले दिन से योगी जी पीड़ित परिवार के साथ हैं।

उल्लेखनीय है कि अधिकारियों ने बताया कि जांच एजेंसी ने मामले के आरोपियों (संदीप, लवकुश, रवि और रामू) की भूमिका पर गौर किया है, जो न्यायिक हिरासत में हैं। उन्होंने बताया कि गुजरात के गांधीनगर स्थित प्रयोगशाला (लैबोरेट्री) में आरोपियों की विभिन्न फोरेंसिक जांच भी की गई है। सीबीआई के जांचकर्ता जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के चिकित्सकों से भी मिले। कथित सामूहिक बलात्कार की घटना के बाद पीड़िता को इसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

इधर मामले की गंभीरता को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि इलाहाबाद हाईकोर्ट की सीबीआई जांच की निगरानी करेगा। वहीं जांच के दौरान मुख्य आरोपी ने जेल से यूपी पुलिस को पत्र लिखा। उसने दावा किया है कि उसे और अन्य तीनों को इस केस के संबंध में फंसाया गया है। पत्र में उसने चारों के लिए इंसाफ देने की मांग की। आरोपी ने इसके उलट पीड़िता की मां और भाई पर उसे प्रताड़ित करने का आरोप भी लगाया। हालांकि परिवार ने सभी आरोपों से इनकार कर दिया।