सेना में भर्ती के लिए लाई गई अग्नीपथ योजना के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा ने देश के सभी जिला कार्यालय पर पहुंचकर योजना को रद्द करने के लिए ज्ञापन देने का आह्वान किया था। इस मौके पर हरियाणा के सोनीपत में किसान और खाप पंचायतों के नेता जिला मुख्यालय पर पहुंचे, जहां उन्होंने अग्नीपथ योजना के खिलाफ ज्ञापन दिया।
ज्ञापन सौंपने के बाद किसान नेता अभिमन्यु कोहड़ ने मीडिया से बातचीत की और इस योजना के खिलाफ अपना विरोध जताया। उन्होंने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि यह योजना सेना को ठेके पर ले जाने के जैसी है। अग्निवीर योजना यहीं तक नहीं रुकेगी बल्कि यह बाद में आगे चलकर बैंकवीर और शिक्षकवीर भी बनाएंगे। इस योजना को सरकार अपने एजेंडे के तहत लाई है।
आगे कोहड़ ने कहा कि यह योजना नौजवानों के भविष्य के साथ साथ देश की सुरक्षा के साथ भी खिलवाड़ है। हमारे देश की सीमा चीन और पाकिस्तान जैसे देशों से लगी हुई हैं, जिनके साथ हमारे रिश्ते अच्छे नहीं हैं। ये लोग अग्नीपथ योजना के तहत 6 महीने की ट्रेनिंग में एक सैनिक को तैयार करने की बात कहते हैं, लेकिन कई पूर्व फौजियों का कहना है कि एक सैनिक को तैयार होने में 4 से 5 साल का वक्त लगता है।
कोहड़ ने अग्निवीरों के रिटायरमेंट पर सवाल उठाते हुए कहा कि सेना में भर्ती होने के 4 सालों के बाद 75 फीसदी जवान रिटायर हो जाएंगे, अगर इनमें से 0.01 फीसदी जवान भी गैंगस्टर बन गए तो यह समाज की सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा होगा और लोगों का जीना मुश्किल हो जाएगा। उनके पास एके-47 और अन्य बड़ी रायफलों का अनुभव होगा जो आज तक पुलिस ने देखे भी नहीं होंगे। सारा सामाजिक सिस्टम बिगड़ जाएगा।
बता दें, कुछ दिनों पहले अग्निपथ योजना के विरोध में हरियाणा की रोहतक में हुई खाप पंचायत में फरमान निकाला गया था। बैठक में पंचायत नेताओं और किसान प्रतिनिधियों ने चेतावनी दी कि जो युवक इसमें आवेदन करेगा उसका सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा।
पंचायत नेताओं ने यह भी धमकी दी है कि वे राज्य में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी और जननायक जनता पार्टी गठबंधन के नेताओं और इसका समर्थन करने वाले कुछ कॉरपोरेट घरानों का भी बहिष्कार करेंगे। बैठक में हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और पंजाब के विभिन्न खापों और सामुदायिक समूहों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।