कांग्रेस से निष्कासित विधायक कुलदीप बिश्नोई के पार्टी छोड़ने की चर्चाएं तेज हो गई हैं। कुलदीप ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद दोनों नेताओं की जमकर तारीफ की। बिश्नोई ने गृहमंत्री से मिलकर ट्वीट किया कि बहुत कठिन है, अमित शाह हो जाना।
कुलदीप बिश्नोई ने रविवार को अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, “अमित शाह जी से मिलना एक वास्तविक सम्मान और खुशी की बात थी। एक सच्चे राजनेता, मैंने उनके साथ बातचीत में उनकी आभा और करिश्मा को महसूस किया। भारत के लिए उनका दृष्टिकोण विस्मयकारी है। “अपनी जुबान के लिए सरे-राह हो जाना, बहुत कठिन है, अमित शाह हो जाना।”
विधायक के ट्वीट पर सोशल मीडिया पर लोगों ने तरह-तरह के रिएक्शन दिए। कैलाश बिश्नोई (@KailashBishnoii) नाम के यूजर ने लिखा, “अचानक करिश्मा केसे महसूस किया साहब।” एक यूजर (@AjmerSi12849003) ने लिखा, “अवसरवादी।” दिनेश चोकर (chhokar_dinesh) नाम के एक यूजर ने लिखा, “अब बीजेपी की तरफ से अध्यक्ष पक्का हो गया है या अगला मुख्यमंत्री?”
बीजेपी नेताओं से की मुलाक़ात: खास बात यह रही कि कुलदीप बिश्नोई की अमित शाह से मुलाकात से पहले वह बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलने भी पहुंचे थे। जिसके बाद यह बात स्पष्ट हो गयी है कि कुलदीप बिश्नोई जल्द ही बीजेपी का दामन थामने वाले हैं। इतना ही नहीं कुलदीप बिश्नोई ने अपने ट्विटर हैंडल से राजीव गांधी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी की फोटो को हटा दिया है। चार बार के विधायक और दो बार के सांसद बिश्नोई हरियाणा में कांग्रेस द्वारा प्रदेश अध्यक्ष के पद के लिए उनकी उपेक्षा किए जाने के बाद से ही नाराज चल रहे हैं।
कुलदीप बिश्नोई ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलने के बाद ट्विटर पर लिखा, “मैं श्री जेपी नड्डा जी से मिलकर अति गर्वित हुआ। उनका सहज और विनम्र स्वभाव उन्हें औरों से अलग दिखाता है। उनकी सक्षम अध्यक्षता में बीजेपी ने अभूतपूर्व ऊंचाइयों को देखा है। मैं उनके उत्तम स्वास्थ्य और दीर्घायु की कामना करता हूं।”
कांग्रेस ने कर दिया था निष्कासित: कुलदीप बिश्नोई हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के बेटे हैं। 1998 में अपने पिता भजन लाल की परंपरागत सीट आदमपुर सीट से कुलदीप बिश्नोई पहली बार कांग्रेस से विधायक बने और हिसार से सांसद भी रहे। कांग्रेस ने कुलदीप बिश्नोई को 11 जून 2022 को पार्टी से बाहर निकाल दिया था। राज्यसभा चुनाव में बिश्नोई ने कार्तिकेय शर्मा के लिए ‘क्रॉस वोटिंग’ की थी।