इंडियन नेशनल लोकदल के प्रधान महासचिव अभय चौटाला ने अपने भतीजे और हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा, “अगर चौटाला साहब से अजय बगावत कर सकता है तो दुष्यंत भी अजय से बगावत करेगा।” दुष्यंत चौटाला अभय के बड़े भाई डॉ. अजय चौटाला के बेटे हैं। उन्होंने हरियाणा सरकार के मंत्रियों और विधायकों पर राज्य में लूटखसोट करने का आरोप भी लगाया।

कहा, “अजय सिंह अगर चौटाला साहब से बगावत कर सकता है, अगर वो उनसे गद्दारी कर सकता है तो मानकर चलो जजपा के विधायक जो हैं सौ फीसदी हैं, क्योंकि इन लोगों ने लालच के वश में होकर चौटाला साहब से गद्दारी की थी। और आज उसी का नतीजा है कि आज प्रदेश को लूटे और उससे जो इनके विधायक हैं उनके ऊपर भी आज इस बात की उंगली उठी है, आंच आ रही है।”

अभय सिंह चौटाला हरियाणा के ऐलनाबाद विधानसभा क्षेत्र से आईएनएलडी के विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के बेटे हैं। उन्होंने राज्य सभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा को वोट देने की वजह भी बताई। कहा, “मैं कांग्रेस के पक्ष में अपना वोट नहीं दूंगा। अगर कार्तिक बीजेपी का कैंडीडेट होता तो उसको भी वोट नहीं देता। वह इंडिपेंडेंट कैंडीडेट था। उसके बड़े भाई मनू शर्मा ने चौटाला साहब की जेल में अपने बाप अजय से भी ज्यादा सेवा चौटाला साहब की की थी। मेरे ऊपर बहुत बड़ा अहसान था। यह अहसान एक बार वोट देने से नहीं, दस बार वोट देने से भी नहीं उतर सकता है।”

हरियाणा में भाजपा और जजपा की गठबंधन सरकार को लेकर विपक्ष आक्रामक है। विपक्ष का कहना है कि राज्य में बेरोजगारी बढ़ रही है और सरकार में शामिल नेता और विधायक राज्य को लूटने में लगे हुए हैं। इसके चलते आम जनता में काफी नाराजगी है।

अभय सिंह चौटाला ने कहा कि वह राष्ट्रपति चुनाव में दलित को देश के सर्वोच्च पद पर आसीन करने के लिए द्रौपदी मुर्मू को वोट देंगे, लेकिन यह वोट भाजपा के लिए नहीं होगा। कहा कि उनके परदादा चौधरी देवी लाल का सपना था कि देश का राष्ट्रपति कोई दलित ही बने और प्रधानमंत्री किसान का बेटा बने। द्रौपदी मूर्मू दलित हैं, इसलिए उनको वोट दूंगा।