बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि आज जो पीएम मोदी की आठ साल से सरकार चल रही है। वो सबका साथ, सबका विश्वास की भावना पर ही चल रही है। 13 करोड़ शौचालय बनते हैं तो मोहित और मोहम्मद दोनों के घर में बनते हैं, 8 करोड़ सिलेंडर दिए जाते हैं तो शिल्पा और सुल्ताना दोनों को मिलता है। इसकी बात ये लोग नहीं करेंगे।
पूनावाला ने कहा कि अकबरुद्दीन ओवैसी कहते हैं कि हम कागज नहीं दिखाएंगे, हमारे बाप-दादाओं ने हिंदुस्तान में 800 साल हूकुमत की है। तो मुगलों को बाब-दादा समझने की बात कौन कर रहा है? उन्होंने कहा कि पहले तो यह अकबरुद्दीन ओवैसी की बात का खंडन करें।
AIMIM प्रवक्ता मुमताज आलम रिजवी ने कहा कि मोहन भागवत कहते हैं कि 40 हजार साल से पूर्वज एक हैं तो फिर ये क्यों झगड़ा हो रहा है। इसके जवाब में शहजाद पूनावाला ने कहा कि आप मानिए कि मुमताज से पहले आपका पूर्वज कोई मोहित ही रहा होगा। इस सवाल के जवाब में मुमताज ने पूछा कि ये बताओ कि जिन्ना की कब्र पर कौन गया था। बहादुरशाह जफर की कब्र पर कौन गया?
पूनावाला ने कहा कि यह वही लोग हैं जो जिन्ना को महिमा मंडित करते हैं। उन्होंने AIMIM प्रवक्ता से पूछा कि भारत के मुसलमानों का आदर्श न औरंगजेब है, न बाबर है, न याकूब है, न अफजल गुरु है और न वुरहान वानी है। हर बार ऐसे लोगों की पैरवी करने ओवैसी जाते हैं। याकूब मेनन की पैरवी सुप्रीम कोर्ट में किसने की।
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि ज्ञानवापी का मामला कोर्ट में चल रहा है। ये लोग उसके बात भी धमकाने और डरपाने के लिए बोलते हैं कि मस्जिद है, मस्जिद थी और मस्जिद रहेगी। इसको शहीद करने की साजिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि जब अभी तक तय ही नहीं हुआ कि मस्जिद है, तो शहीद कैसे हो जाएगी।
एकंर ने पूनावाला से पूछा कि क्या मोहन भागवत के बयान के बाद ज्ञानवापी और मथुरा का मामला शांत हो जाएगा। इसके जवाब में पूनावाला ने कहा कि अगर शांत होनाा होता तो ये लोग इस मामले को पहले ही शांत कर सकते थे। अब मामला कोर्ट में है। उन्होंने कहा कि मोहन भागवत का बयान इन जैसे लोगों के लिए नहीं है। जिनकी सोच, जिनके मन में आक्रांताओं का महिमा मंडन करने का एक यूनिट आक्रांता महिमा मंडन (AMU) बैठा हुआ है। उन्होंने कहा कि चुनाव में ओवैसी की पार्टी को कितने वोट मिले। इनको नोटा से भी कम वोट मिले, लेकिन टीवी डिबेट में आकर पूरे देश की बात करेंगे।
पूनावाला ने कहा कि मेरा इनसे केवल एक सवाल है कि अकबरुद्दीन ओवैसी का जो बयान है कि कानून के हिसाब से हम कागज नहीं दिखाएंगे, हमारे बाप-दादा मुगल थे। क्या यह इस बात से सहमत हैं या फिर ओवैसी साहब जो कहते हैं कि हमारा मुगलों से कोई लेना-देना नहीं तो अकबरुद्दीन के बयान का खंडन करते हैं।
इसके जवाब में AIMIM प्रवक्ता मुमताज आलम रिजवी ने कहा कि 7 अप्रैल, 2014 को जो संकल्प पत्र भाजपा ने जारी किया था। उसमें कहा गया कि जो संविधान है, वो हमारा सबसे बड़ा धर्म ग्रंथ होगा, लेकिन आज सबसे ज्यादा संविधान का उल्लंघन कौन कर रहा है। उन्होंने कहा कि बार-बार सेकुलरिज्म के नाम पर हम ठगे गए।