पीएम नरेंद्र मोदी ने गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी का बेड़ा पार लगाने के लिए दो दिनों तक गुजरात में डेरा डाल दिया है। गुरुवार दोपहर साढ़े तीन बजे से उन्होंने अपने 54 किमी लंबे रोड शो की शुरुआत की। इसके जरिये मोदी 16 विधानसभा क्षेत्रों के लोगों को रूबरू होंगे। बीजेपी के लिए ये रोडशो मास्टर स्ट्रोक साबित हो सकता है, क्योंकि गुजरात पीएम का घर है और लोगों तक उनकी सीधी अपील है। जितने ज्यादा लोगों के सामने पीएम पहुंचेंगे बीजेपी के वोटों का ग्राफ उतना ही ऊपर होने की संभावना है।

मोदी का ये रोड शो तीन घंटों तक चल सकता है। हालांकि लोगों के हुजूम को देखकर रोड शा का समय और ज्यादा भी हो सकता है। इससे पहले मोदी ने कलोल में जनसभा को संबोधित किया था। उनका कहना था कि कांग्रेस में उन्हें गाली देने की होड़ चल रही है। कांग्रेसी नेता गांधी परिवार को खुश करने के लिए उन्हें अनाप शनाप बोल रहे हैं। मोदी का कहना था कि विपक्षी कुछ भी बोल लें। लेकिन लोग सब कुछ जानते हैं।

ध्यान रहे कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मोदी की तुलना रावण से की थी। उसके बाद सियासी भूचाल सा आ गया। मोदी समेत बीजेपी के तमाम नेताओं ने इसके लिए कांग्रेस पर निशाने साधने शुरू कर दिए।

हालांकि कांग्रेस नेताओं ने खड़गे के बयान पर सफाई देने की कोशिश भी की पर बीजेपी जान रही है कि ये चुनाव में उनके लिए वरदान की तरह से साबित हो सकता है। 2017 के चुनाव में भी कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर के एक बयान के बाद बीजेपी ने कांग्रेस को बैकफुट पर धकेल दिया था। तब अय्यर ने मोदी को नीच कहा था।

उस चुनाव में बीजेपी ने 99 सीटें हासिल की थीं। जबकि कांग्रेस का आंकड़ा 77 पर जाकर अटक गया था। जानकार कहते हैं कि राहुल गांधी ने वो चुनाव बेहद सटीक तरीके से लड़ा था। यही वजह रही कि अय्यर के बयान और पीएम मोदी समेत बीजेपी के तमाम दिग्गजों की जीतोड़ मेहनत के बाद भी बीजेपी 100 का आंकड़ा नहीं छू सकी। इस बार के चुनाव में कांग्रेस उतनी सक्रिय नहीं हो पा रही। राहुल भारत जोड़ो यात्रा में व्यस्त हैं तो सोनिया खराब सेहत के चलते सक्रिय नहीं हो पा रहीं।