गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। राज्य में गुजरात के दमदार नेता अश्विन कोतवाल भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने की तैयारी में हैं। खेड़ब्रह्मा (Khedbrahma) से विधायक अश्विन कोतवाल (Ashvin Kotwal) मंगलवार (3 मई, 2022) को बीजेपी में शामिल हो जाएंगे।

अश्विन कोतवाल की आदिवासी समुदाय में अच्छी पकड़ है अब उनके बीजेपी में शामिल होने से विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद नहीं मिलने के कारण आदिवासी नेता अश्विन पिछले कुछ समय से कांग्रेस पार्टी से असंतुष्ट चल रहे थे।

भाजपा में शामिल होने पर कोतवाल ने कहा, “मैं 2007 से गुजरात में कांग्रेस के विधायक के रूप में काम कर रहा हूं। मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार्यशैली को तब से देखा है जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे। मैं तब से उनसे प्रभावित हूं, लेकिन विचारधारा की वजह से कांग्रेस में रहा।”

उन्होंने आगे कहा, “अब ऐसा लगता है कि अगर मैं अपने क्षेत्र में आदिवासियों का विकास करना चाहता हूं और उनके लिए काम करना है, तो केवल भाजपा ही विकास ला सकती है, इसलिए मैं बीजेपी से जुड़ रहा हूं।’

साबरकांठा जिले की खेड़ब्रह्मा सीट आदिवासी उम्मीदवारों के लिए आरक्षित है। इस सीट पर बीजेपी कभी जीती नहीं है, इसलिए पार्टी को एक मजबूत चेहरे की जरूरत थी जो उन्हें आगामी गुजरात चुनाव में आदिवासी वोट बैंक बढ़ाने में मदद मिले और इसके जरिए 150 सीटों के अपने लक्ष्य को हासिल करने में सफल हो सके।

हार्दिक पटेल और कांग्रेस के बीच भी मतभेद की खबरें
उधर, हार्दिक पटेल और कांग्रेस के बीच भी मतभेद की खबरें हैं। सोमवार (2 मई, 2022) को उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट के बायो से पार्टी का नाम हटा दिया। उनकी ओर से ऐसा किया जाना बड़े कदम की ओर इशारा कर रहा है। इससे पहले वे भाजपा के कार्यों की सराहना भी कर चुके हैं। हार्दिक पटेल कांग्रेस की गुजरात इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष हैं, लेकिन पिछले कुछ दिनों से उनकी पार्टी के साथ मतभेद की खबरें काफी ज्यादा आ रही हैं।