विजय रुपानी रविवार (7 अगस्त) को गुजरात के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। जानकारी के मुताबिक, रुपानी पहले गवर्नर से मिलेंगे फिर दोपहर 12:40 उनका शपथ ग्रहण समारोह होगा। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल के साथ-साथ बाकी लोग भी मौजूद होंगे। कार्यक्रम की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और मेहमान कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने भी लगे हैं।

मिल रही जानकारी के मुताबिक, रुपनी कैबिनेट में कुल 25 मंत्री होंगे। इसमें से 8 मंत्री पटेल समुदाय के होंगे। कई दिग्गज मंत्रियों को पद से हटाया जाएगा। इसमें रजनी पटेल, सौरभ पटेल, रमन बोहरा, बसु बेन, गोविंद पटेल, ताराचंद का नाम शामिल है।

भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने शुक्रवार को नए मुख्यमंत्री के तौर पर अमित शाह के वफादार और पार्टी प्रदेश अध्यक्ष रुपानी के नाम पर मुहर लगाई, जबकि आखिरी वक्त तक यह कयास लगाए जा रहे थे कि नितिन पटेल ही राज्य की सत्ता की कमान संभालेंगे। आनंदीबेन ने नितिन पटेल को उत्तराधिकारी बनाने पर जोर दिया था जबकि शाह रुपानी के साथ थे। मोदी सहित केंद्रीय नेतृत्व के हस्तक्षेप के बाद समझौते के फार्मूले के तौर पर पटेल को उपमुख्यमंत्री बनाने का फैसला हुआ।

 

पटेल समुदाय ओबीसी आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन पर उतारू है जबकि राज्य में ऊना प्रकरण के बाद दलित समुदाय नाराज है। आरएसएस पृष्ठभूमि से आने वाले रुपानी को चुनावों में भाजपा का नेतृत्व करने का जिम्मा ऐसे समय में दिया गया है जब भाजपा अपने राजनीतिक आधार को कायम रखने के लिए संघर्षरत है। पार्टी राज्य में मोदी के कद के नेता की कमी महसूस कर रही है। आनंदीबेन ने बुधवार को राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा था। आनंदीबेन नवंबर में 75 वर्ष की हो रही हैं। उनके नेतृत्व में पिछले वर्ष भाजपा ने निकाय चुनाव में हार झेली थी और विपक्षी कांग्रेस को लाभ हुआ था।

 

इस बीच, रुपानी ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था। रुपानी ने कहा, ‘मैंने शनिवार को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को गुजरात भाजपा अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया।’ रुपानी और पटेल गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल से आशीर्वाद लेने उनके घर गए। केशुभाई ने कहा, ‘वे आशीर्वाद लेने यहां आए थे। मैंने उन्हें उनकी नई जिम्मेदारियों के लिए शुभकामनाएं दीं।’