गुजरात के बनासकांठा जिले के दिसा में लव जिहाद के मुद्दे को लेकर हिंदू संगठन विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। लव जिहाद के विरोध में बंद का ऐलान किया गया था और व्यापारियों ने सुबह से ही अपना कारोबार पूरी तरह से बंद रखा था। इसके अलावा 11 हिंदू समाज के संगठनों ने यहां एक रैली की और इसमें हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। लेकिन इस रैली के दौरान भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।
हिंदू संगठनों की रैली हीरा बाजार के पास ही पहुंची थी और भीड़ अक्रोशित हो गई। इसके बाद भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इस लाठीचार्ज में एक युवक घायल हो गया। इसके बाद उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया। प्रदर्शन में शामिल लोगों की मांग थी, कि प्रशासन धर्मांतरण को लेकर कड़ी कार्रवाई करे।
दरअसल उत्तर गुजरात के बनासकांठा जिले में धर्मांतरण का मामला सामने आया था। मुस्लिम युवक के प्यार में फंसी लडकी तथा उसके भाई और मां के धर्म परिवर्तन कराने का मामला सामने आया था। पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार भी किया है। इसके बाद पीड़ित पिता हरेश सोलंकी ने परिवार के सदस्यों के साथ इस घटना से दुखी होकर आत्महत्या का प्रयास किया था। बनासकांठा जिले की डीसा तहसील के मालगढ गांव निवासी हरेश सोलंकी के भाई राजेश ने पुलिस से शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया था कि गांव के ही शेख परिवार के सदस्यों ने उसकी भतीजी का ब्रेनवॉश किया था।
सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे को लेकर चर्चा हो रही है और लोग सवाल पूछ रहे हैं। इटज मी नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा, “गुजरात में इलेक्शन आ रहे हैं क्या, वही पुरानी तकनीक अपनाई जा रही है।”
वहीं कबीर आजाद नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा, “चुनाव आया, हिंदू संगठन कम्युनल रैली करेंगे, भाजपा पुलिस लाठीचार्ज करेगी। हिंदू को भड़काया जायेगा, और सेक्शन 144 लगा देंगे ताकि AAP प्रचार ना कर सके।”
डंकापति नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा, “कड़ी निंदा करता हूं, सिस्टम जिम्मेदार है। यहां भाजपा की सरकार है, इसलिए सरकार जिम्मेदार नहीं है। गैर-भाजपा शासित राज्य की बात होती तो मैं सरकार की निंदा करता।”