गुजरात के मेहसाणा में जब एक युवक ने खुद को अगड़ी जातियों के कहर से बचाने के लिए राजपूत कह दिया तो दंबग गालियां देते हुए उस पर टूट पड़े। मेहसाणा जिले के बहुचाराजी कस्बे में हुई इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इस घटना का खुलासा हुआ है। घटना की शुरूआत तब हुई जब 14 जून को अहमदाबाद ग्रामीण जिले के विठलपुर गांव का एक 13 साल का लड़का बाल कटवाने के लिए बहुचराजी आया था। वह बस स्टॉप पर बैठा हुआ था। इस दौरान इस लड़के ने ‘मोजड़ी’ पहन रखी थी। बता दें कि मोजडी गुजरात और राजस्थान की अगड़ी जातियों द्वारा पहना जाने वाला एक किस्म का जूता है। यहां पर जब लोगों ने उसका परिचय पहुंचा तो उसने पहले तो खुद को दलित ही बताया। लेकिन लोगों के हाव-भाव को देखकर उसे कुछ शक हुआ। लोगों ने पूछा कि अगर वह दलित है तो उसने मोजडी कैसे पहनी हुई है। इसके बाद इस लड़के ने खुद को दरबारी बता दिया। इसके बाद चार लोगों ने उसकी कथित रूप से पिटाई शुरु कर दी। इस दौरान यह लड़का हाथ जोड़कर उनसे माफी मांगता रहा। लेकिन ये लोग उसकी सुनने को तैयार नहीं थे। इन लोगों ने डंडों और लात-धूसों इस लड़के को पीटा।
बहुचाराजी के थाना प्रभारी आर. आर. सोलंकी ने बताया कि नाबालिग की ओर से मिली शिकायत के आधार पर चार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है। सोलंकी ने बताया कि आरोप है कि भरत सिंह दरबार सहित चार राजपूत युवकों ने मोजड़ी पहनने को लेकर पीड़ित की पिटाई की। उन सभी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है। अहमदाबाद जिला निवासी नाबालिग ने अपनी शिकायत में कहा है कि जब वह बस स्टॉप पर बैठा हुआ था तो कुछ युवक आये और उससे जाति पूछी। जब उसने बताया कि वह दलित है तो उन्होंने पूछा कि दलित होने के बावजूद उसने मोजड़ी कैसे पहनी हुई है। जब किशोर ने खुद को राजपूत बताकर अपना बचाव करना चाहा तो युवक उसे एक जगह ले गये और उसकी पिटाई की। चारों आरोपियों में से एक ने कथित तौर पर घटना का वीडियो बनाया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।