BJP President Election News: केंद्र में चल रही एनडीए की सरकार की अगुवाई कर रही बीजेपी में तमाम बड़े नेता शामिल होना चाहते हैं और पार्टी का पदाधिकारी भी बनना चाहते हैं। कई जगहों पर पार्टी का पदाधिकारी बनने के लिए नेताओं के बीच अच्छी-खासी लड़ाई देखने को मिलती है। ऐसा ही बीजेपी शासित राज्य गुजरात में भी हो रहा है।
गुजरात के सूरत शहर में बीजेपी का अध्यक्ष बनने के लिए कम से कम 70 नेता दौड़ में हैं। इन नेताओं में पूर्व विधायक, पूर्व मेयर और डिप्टी मेयर तक शामिल हैं और इस वजह से पार्टी अब तक सूरत में अपने अध्यक्ष के नाम का ऐलान नहीं कर पाई है।
बीजेपी के सूत्रों ने बताया कि पार्टी जिला अध्यक्षों के नाम के बारे में तो फैसला कर चुकी है लेकिन चार शहर- सूरत, वडोदरा अहमदाबाद और राजकोट में अभी तक पार्टी का अध्यक्ष कौन बनेगा, इसका फैसला नहीं हो पाया है।
पार्टी नेताओं के बीच चल रही लड़ाई
इसके अलावा सूरत जिले में जिला अध्यक्ष के पद के लिए 17 नेताओं ने पार्टी के सामने आवेदन किया है। इसके अलावा अहमदाबाद शहर और जिले में पार्टी का अध्यक्ष बनने के लिए क्रमश: 25 और 24 प्रस्ताव पार्टी को प्राप्त हुए हैं। वडोदरा में शहर अध्यक्ष पद के लिए 55 और जिला अध्यक्ष के पद के लिए 54 नेता दौड़ में हैं। ऐसी ही मारामारी राजकोट में है, जहां शहर और जिला इकाई का अध्यक्ष बनने के लिए क्रमश: 33 और 24 नेता कोशिश कर रहे हैं।
बीजेपी में चल रहे संगठन के चुनाव
बताना होगा कि इन दिनों बीजेपी में संगठन के अध्यक्षों के चुनाव चल रहे हैं और इसके तहत बूथ, मंडल शहर और जिला अध्यक्षों का चुनाव किया जा रहा है। इसके बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होना है।
बीजेपी के सूत्रों ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल इन दोनों अहमदाबाद में हैं और उनके वापस लौटते ही इस बारे में फैसला हो जाएगा।
गुजरात भाजपा के उपाध्यक्ष और सूरत के पूर्व विधायक जनक बगदानावाला भी सूरत शहर अध्यक्ष पद के दावेदार हैं। इस पद के दावेदारों में सीआर पाटिल के समर्थक और उनके विरोधी खेमे के नेता शामिल हैं। इस पद के लिए चार महिलाओं ने भी आवेदन किया है।
1995 से लगातार सत्ता में है बीजेपी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह गुजरात से ही आते हैं। गुजरात में बीजेपी बहुत ताकतवर है और वह लगातार 1995 से राज्य में सरकार चला रही है। 2022 के विधानसभा चुनाव में तो बीजेपी ने राज्य में जबरदस्त प्रदर्शन किया था और 182 सीटों वाली विधानसभा में 156 सीटों पर जीत दर्ज की थी। गुजरात की 26 लोकसभा सीटों में से 25 सीटें बीजेपी के पास हैं। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में उसने 26 सीटें जीती थी। इससे पता चलता है कि राज्य में बीजेपी कितनी मजबूत है।
ऐसे में पार्टी का पदाधिकारी बनने के लिए नेताओं के बीच लड़ाई होना हैरान करने वाली बात नहीं है।
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