गुजरात प्रदेश कांग्रेस समिति (GPCC) ने रविवार को 21 नवंबर से राज्यव्यापी ‘जन आक्रोश यात्रा’ की घोषणा की। पार्टी ने कहा कि यह यात्रा किसानों, छात्रों, युवाओं, महिलाओं, छोटे व्यापारियों और हाशिए पर पड़े समुदायों के मुद्दों को उठाने के लिए है। उत्तरी गुजरात के धीमा से शुरू होने वाली जन आक्रोश यात्रा अपने पहले चरण में सात जिलों, 40 तालुकाओं और 12 शहरों से होकर गुज़रेगी। पहला चरण 1,100 किलोमीटर की यात्रा तय करेगा और 3 दिसंबर को मेहसाणा ज़िले के बेचाराजी मंदिर में समाप्त होगा। दूसरे चरण का विवरण अभी तक जारी नहीं किया गया है।
गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अमित चावड़ा ने रविवार को कहा, ” पिछले तीन दशकों से गुजरात में भाजपा का शासन लोगों को गुलाम बनाने और उनका शोषण करने के समान है। आज गुजरात में भय, भूख और भ्रष्टाचार का माहौल बन गया है, जहाँ सरकार की जगह नौकरशाही का राज है और लोगों के संवैधानिक अधिकार छीने जा रहे हैं।”
कांग्रेस का आरोप- बीजेपी की किसान विरोधी नीतियों के कारण गुजरात के किसान कर्ज में डूबे
गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अमित चावड़ा ने रविवार को कहा, ” पिछले तीन दशकों से गुजरात में भाजपा का शासन लोगों को गुलाम बनाने और उनका शोषण करने के समान है। आज गुजरात में भय, भूख और भ्रष्टाचार का माहौल बन गया है, जहां सरकार की जगह नौकरशाही का राज है और लोगों के संवैधानिक अधिकार छीने जा रहे हैं।”
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जीपीसीसी अध्यक्ष चावड़ा ने आरोप लगाया कि भाजपा की किसान विरोधी नीतियों के कारण गुजरात के किसान 56,000 रुपये के कर्ज में डूब गए हैं, जिसके कारण कई किसान आत्महत्या कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “राहत पैकेज के नाम पर किसानों को 50,000 रुपये के नुकसान के बदले केवल 3500 रुपये दिए जा रहे हैं। शिक्षा के व्यावसायीकरण के कारण गरीब परिवारों के लिए शिक्षा पाना मुश्किल हो गया है जबकि राज्य में कानून-व्यवस्था बिगड़ गई है।” इन सभी मुद्दों को उजागर करने के लिए यह यात्रा उत्तर गुजरात के वाव-थराद के धीमा स्थित धरणीधर मंदिर से शुरू होगी और 3 दिसंबर को बेचाराजी के बहुचर माता मंदिर में समाप्त होगी।
यह 2027 के राज्य चुनावों तक कांग्रेस के दीर्घकालिक अभियान की शुरुआत- जीपीसीसी अध्यक्ष
यात्रा को बदलाव का आंदोलन बताते हुए चावड़ा ने कहा कि यह 2027 के राज्य चुनावों तक कांग्रेस के दीर्घकालिक अभियान की शुरुआत है। उन्होंने कहा, “हम बदलाव के संकल्प के साथ यह यात्रा शुरू कर रहे हैं।” विधानसभा में कांग्रेस दल के नेता डॉ. तुषार चौधरी ने मनरेगा घोटाले पर ज़ोर देते हुए आरोप लगाया कि सरकार भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने की कोशिश कर रही है। चौधरी ने कहा, “434 करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार होने के बावजूद अभी तक कोई जांच नहीं हुई है। नल से जल योजना में भी बड़े घोटाले का मुद्दा कांग्रेस बार-बार उठाती रही है लेकिन सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की है।”
कांग्रेस नेताओं ने घोषणा की कि ‘जन आक्रोश यात्रा’ के दौरान किसानों, युवाओं, महिलाओं, छोटे व्यापारियों सहित समाज के सभी वर्गों के मुद्दों को उठाया जाएगा। गुजरात की जनता से अपील करते हुए चावड़ा ने कहा, “यह यात्रा सिर्फ़ राजनीतिक प्रचार नहीं है, बल्कि आपके मुद्दों को सरकार तक पहुँचाने का संघर्ष है। यात्रा के दौरान, कांग्रेस किसानों, महिलाओं, युवाओं और अन्य वर्गों से सीधा संवाद करेगी और उनके मुद्दों को उठाने के लिए एक ‘जनता का मंच’ प्रदान करेगी।”
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इन मार्गों से गुज़रेगी जन आक्रोश यात्रा
पहले चरण का मार्ग धरणीधर से थराद, लाखनी, धानेरा, दीसा, दांतीवाड़ा, पालनपुर, अमीरगढ़, वडगाम, अंबाजी, खेरोज, खेडब्रह्मा, वडाली, इडर, हिम्मतनगर, प्रांतिज, राजेंद्रचौकड़ी, शामलाजी, मेघराज, साथंबा, मालपुर, बायद, धनसुरा, देहगाम, चिलोदा, गांधीनगर , मनसा, बीजापुर, मेहसाणा, विसनगर, उंझा, खेरालू, सिद्धपुर, सरस्वती, पाटन, हारिज, राधनपुर, शंखेश्वर, बेचराजी से होकर गुजरेगा।
वहीं, इससे पहले कांग्रेस सांसद राहुल कस्वां और पार्टी के कई अन्य नेताओं तथा बड़ी संख्या में किसानों ने सोमवार को किसानों के मुद्दे को लेकर चूरू में ट्रैक्टर रैली निकाली। कांग्रेस नेताओं ने ट्रैक्टर मार्च के साथ जयपुर कूच का आह्वान किया था लेकिन पुलिस ने रैली को चूरू के रतनपुरा में रोक दिया। बाद में, कस्वां के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने जयपुर में राज्य के कृषि मंत्री से मुलाकात की। कस्वां ने कहा कि चूरू और पूरे राजस्थान में किसान गंभीर कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने विशेषकर 500 करोड़ रुपये के खरीफ-2021 फसल बीमा दावों को खारिज किए जाने का जिक्र किया। उन्होंने फसल बीमा प्रणाली में विसंगतियों का आरोप लगाया। सांसद ने डीएपी और यूरिया जैसे उर्वरकों की कमी और कालाबाजारी, एमएसपी टोकन वितरण में अनियमितताओं से किसानों को हो रही परेशानी की बात की।
