गुजरात विधानसभा चुनाव प्रचार (Gujarat Elections 2022) के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने गुजरात दंगों के दंगाइयों को सबक सिखाने को लेकर एक बयान दे दिया, जिसपर विरोधी दल निशाना साध रहे हैं। एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (AIMIM Chief Asaduddin Owaisi) ने भी अमित शाह के बयान पर पलटवार किया है। ओवैसी ने कहा कि गृहमंत्री साहब आपने बिलकिस बानो (Bilkis Bano) के दोषियों को रिहा कर के उसे सबक सिखाया।
एक जनसभा को संबोधित करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “यहां के सांसद (गांधीनगर सांसद) ने अपने भाषण में कहा कि हमने 2002 में जो सबक सिखाया उसके कारण गुजरात में अमन कायम हो गया। मैं इस इलाके के एमपी और भारत के गृहमंत्री से कहना चाहूंगा कि आपने जो सबक सिखाया कि वो बिलकिस का रेप करने वालों को आप छोड़ेंगे। आपने जो सबक सिखाया कि बिलकिस के सामने उसकी तीन साल की बेटी का क़त्ल करने वालों को आप छोड़ेंगे।”
ओवैसी यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा, “जो सबक अमित शाह ने सिखाया कि बिलकिस की मां का रेप करने वालों को रिहा कर दिया जायेगा। वो सबक आपने सिखाया कि एहसान जाफरी का क़त्ल किया जायेगा। गुलबर्ग बेकरी का सबक आपने सिखाया, बेस्ट बेकरी का सबक आपने सिखाया। कौन-कौन सा सबक हम आपका याद रखेंगे? लेकिन याद रखियेगा कि सबक कुछ नहीं होता है, बल्कि अमन तब आता है जब मजलूमों को इन्साफ मिलता है।”
ओवैसी ने कहा कि घमंड में आने के बाद लोग भूल जाते हैं, लेकिन ये किसी के पास नहीं रहा। ओवैसी ने कहा, “घमंड किसी के पास नहीं रहेगा, एक दिन ये सबसे छिना जायेगा। आज घमंड में चूर होकर भारत के गृहमंत्री कह रहे हैं कि सबक सिखाया जायेगा। अमित शाह साहब आपने कौन सा सबक सिखाया कि दिल्ली में फसाद हो गया।”
बता दें कि गृहमंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने चुनाव प्रचार में कहा था कि 2002 से पहले कांग्रेस (Congress) की शह पर असामाजिक तत्व सूबे में हुड़दंग मचाया करते थे। लेकिन हमने 2002 में उनको सबक सिखाया तो शांति बहाल हुई। शाह ने कहा कि गुजरात में कांग्रेस के शासन के दौरान (1995 से पहले) सांप्रदायिक दंगे बड़े पैमाने पर हुए थे।
