गुजरात विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत हासिल करते हुए 156 सीटों पर जीत हासिल की। यह रिकॉर्ड जनादेश बीजेपी को सीएम भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व वाली नई बीजेपी सरकार में प्रयोग करने का मौका दे सकता है, लेकिन क्षेत्रों, जातियों, उम्र और क्षमता के बीच संतुलन साधना भी एक कठिन कार्य हो सकता है। 2024 में लोकसभा चुनाव से पहले सातवीं बार सरकार बनाने चली भाजपा में कुछ ऐसे विधायक हैं जो नए मंत्रालय में जगह बना सकते हैं।
हर्ष सांघवी: राज्य अध्यक्ष सीआर पाटिल के लोकसभा क्षेत्र में आने वाली माजुरा सीट से विधायक संघवी ने न केवल भूपेंद्र पटेल सरकार में गृह राज्य मंत्री के रूप में महत्वपूर्ण पोर्टफोलियो संभाला, बल्कि उन्हें राजस्व का प्रभार भी दिया गया। भाजपा के असंतुष्ट विधायकों के साथ शांति बनाने के लिए उन्हें भेजा गया था, ऐसे में उन्हें कैबिनेट रैंक मिल सकता है।
शंकर चौधरी (Shankar Chaudhary): बनास डेयरी के अध्यक्ष और आनंदीबेन पटेल सरकार में पूर्व मंत्री चौधरी जो 2017 के चुनाव में वाव सीट पर कांग्रेस की जेनीबेन ठाकोर से हार गए थे, इस बार थराद से जीते हैं। ओबीसी के चौधरी समुदाय से आने वाले शंकर चौधरी ने पीएम के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में सबसे अमीर डेयरियों में से एक बनास डेयरी का दूध उत्पादन संयंत्र स्थापित करने में मदद की थी। उनके लिए प्रचार करते हुए केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा था कि आप अपना वोट शंकरभाई को दें और उन्हें विधायक बनाएं। यह पार्टी उन्हें एक महत्वपूर्ण व्यक्ति बनाने का काम करेगी।
ऋषिकेश पटेल (Rushikesh Patel): उन्होंने निवर्तमान सरकार में महत्वपूर्ण स्वास्थ्य विभाग संभाला। मेहसाणा के विसनगर के पाटीदार ऋषिकेश पटेल के कार्यालय में 2015 में हार्दिक पटेल के नेतृत्व वाले कोटा आंदोलन के दौरान प्रदर्शनकारियों द्वारा तोड़फोड़ की गई थी। उन्होंने विसनगर निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के किरीट पटेल को हराया है।
अल्पेश ठाकोर (Alpesh Thakor): ओबीसी ठाकोर समुदाय के एक युवा नेता अल्पेश हार्दिक पटेल द्वारा पाटीदार आरक्षण आंदोलन का विरोध करते हुए सुर्खियों में आए। वह गांधीनगर दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र से चुने गए। कांग्रेस के टिकट पर राधनपुर सीट से अपनी पिछली जीत के बाद गुजरात में विधायक के रूप में अल्पेश का यह दूसरा कार्यकाल होगा।
कानू पटेल (Kanu Patel): कानू पटेल अहमदाबाद जिले की साणंद सीट से दूसरी बार निर्वाचित हुए हैं. कोली-पटेल समुदाय से आने वाले कानू को अगली गुजरात सरकार में राज्य मंत्रियों में से एक माना जाता है। उन्हें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का विश्वास प्राप्त है। सानंद गांधीनगर लोकसभा क्षेत्र में आते हैं, शाह उनके साथ नामांकन दाखिल करने गए थे।
जगदीश पांचाल (Jagdish Panchal): अमित शाह के करीबी माने जाने वाले बीजेपी विधायक जगदीश पांचाल पिछली सरकार में उद्योग मंत्री थे। वह अहमदाबाद शहर के निकोल निर्वाचन क्षेत्र से दोबारा चुने गए हैं। कांग्रेस के रंजीतसिंह बराड़ के खिलाफ वह 55,000 से अधिक मतों के अंतर से जीते हैं।
रमनलाल वोरा (Ramanlal Vora): इस विधानसभा में भाजपा के सबसे वरिष्ठ उम्मीदवारों में से एक रमनलाल वोरा एक प्रमुख दलित नेता हैं। उन्होंने शिक्षा और सामाजिक न्याय और अधिकारिता जैसे महत्वपूर्ण विभागों को संभाला है और विधानसभा अध्यक्ष भी रहे हैं। उन्हें या स्पीकर के रूप में नियुक्त किया जा सकता है या कैबिनेट स्तर के वरिष्ठ मंत्री के रूप में नियुक्त किया जा सकता है। वोरा साबरकांठा के इदर की आरक्षित सीट से निर्वाचित हुए हैं।
