Surat East AAP candidate Dispute: गुजरात के सूरत पूर्व से आम आदमी पार्टी उम्मीदवार कंचन जरीवाला ने बुधवार को कहा कि उन्होंने इसलिए अपना नाम वापस लिया क्योंकि पार्टी वाले उनसे पैसे मांगने शुरू कर दिए थे। कंचन जरीवाला ने इन आरोपों को खारिज कर दिया कि उनको भारतीय जनता पार्टी ने अपहरण करवाया था। जरीवाला ने कहा कि उनकी इतनी हैसियत नहीं है कि वह 80 लाख रुपये से लेकर एक करोड़ रुपये तक दे सकें।
जरीवाला ने कहा, “मेरा नामांकन वापस लेने का कारण यह था कि सूरत पूर्व विधानसभा में आप कार्यकर्ताओं ने इस्तीफा देना शुरू कर दिया। कार्यकर्ता पैसे की मांग करने लगे। मैं इतना सक्षम नहीं हूं कि मैं 80 लाख रुपये से 1 करोड़ रुपये खर्च कर सकूं।” जरीवाला ने बताया, “पार्टी का बहुत दबाव था। लोग बार-बार फोन करके परेशान कर रहे थे। मैं अपने बेटे के दोस्तों के साथ चला गया। बीजेपी से कोई नहीं था। अब मुझे क्या करना है, यह मैं पांच-सात दिनों के बाद बताऊंगा।”
हालांकि, आम आदमी पार्टी ने गुजरात में सूरत पूर्व से अपनी पार्टी के उम्मीदवार का अपहरण करने के बाद जबरन कागजात वापस लेने के लिए सत्तारूढ़ भाजपा पर आरोप लगाया है।
उधर, बुधवार शाम आप नेता मनीष सिसोदिया के नेतृत्व में पार्टी का चार सदस्यीय शिष्टमंडल दिल्ली में निर्वाचन आयोग से मिला और एक ज्ञापन सौंपा जिसके आधार पर आयोग ने गुजरात के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) से आरोपों की जांच करने और ‘समुचित कार्रवाई’ करने को कहा। नई दिल्ली में दिन में पत्रकारों से बातचीत में सिसोदिया ने कहा था कि जरीवाला और उनके परिवार के सदस्य मंगलवार से लापता हैं और उन्हें अंतिम बार नामांकनपत्रों की छंटनी के दौरान निर्वाचन आयोग के कार्यालय में देखा गया था।
सिसोदिया ने कहा, ‘‘भाजपा गुजरात चुनाव में बुरी तरह हार रही है और वह परेशान होकर इतने निचले स्तर पर गिर गई कि उसने सूरत (पूर्व) से हमारे उम्मीदवार का अपहरण कर लिया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हार के डर से भाजपा के गुंडों ने सूरत से आप के उम्मीदवार कंचन जरीवाला का अपहरण कर लिया।’’ सिसोदिया ने आरोप लगाया कि भाजपा के ‘‘गुंडों’’ ने जरीवाला का नामांकन रद्द कराने की भी कोशिश की थी, लेकिन निर्वाचन अधिकारी ऐसा नहीं कर सके क्योंकि उनके कागजात में कोई कमी नहीं थी।
सिसोदिया ने कहा यह लोकतंत्र का अपहरण है
सिसोदिया ने कहा, ‘‘यह केवल हमारे उम्मीदवार का ही नहीं, बल्कि लोकतंत्र का अपहरण है। गुजरात में हालात बहुत खतरनाक है।’’ सिसोदिया और पार्टी के अन्य नेताओं ने कथित अपहरण को लेकर राष्ट्रीय राजधानी में निर्वाचन सदन के समक्ष प्रदर्शन किया।