Bihar by Elections: बिहार में दो विधानसभा सीटों गोपालगंज और मोकामा में गुरुवार (3 नवंबर) को उपचुनाव हो रहे हैं। बिहार उपचुनाव के लिए हो रहे मतदान के बीच गोपालगंज की जनता ने तेजस्वी यादव से अनोखी मांग की है। वोट डालकर लौटे रही जनता ने वोटिंग के लिए अपना मुख्य मुद्दा बेरोजगारी और शराबबंदी को बताया। मतदाताओ नें बिहार में शराबबंदी कानून हटाने की मांग कर डाली।

गोपालगंज उपचुनाव में वोट डालकर लौटे लौटे लोगों ने बिहार सरकार से राज्य में शराबबंदी हटाने की मांग की। एक शख्स ने हाथ में तंबाकू लेकर कहा, “मतदान किए हैं ताकि बिहार में शराब वापस चालू हो जाये। जितने भी गरीब लोग हैं उन्हें परेशानी हो रही है, अमीर आदमी को कोई दिक्कत नहीं हो रही है।” वहीं, कुछ लोगों ने कहा कि उन्होंने विकास के मुद्दे पर मतदान किया है। राज्य में बेरोजगारी और जातिवाद ज्यादा है।

गौरतलब है कि बिहार में शराबबंदी कानून लागू है। जिसका मतलब है कि यहां शराब की बिक्री पर रोक है। हाल ही में पटना हाई कोर्ट में एक याचिका की सुनवाई के दौरान न्यायाधीश पूर्णेंदु सिंह ने कहा था कि बिहार के शराबबंदी और उत्पाद प्रतिबंधन कानून को ठीक से लागू न होने के कारण नागरिकों के जीवन और पर्यावरण पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। अवैध शराब को नष्ट करने की वजह से पारिस्थितिकी अनसंतुलन पैदा हो रहा है। राज्य को चाहिए कि वह इस कानून को लागू करने में वैज्ञानिक और ईको फ्रेंडली तकनीक अपनाए।

गोपालगंज सीट पर बीजेपी विधायक की मौत के बाद उपचुनाव: बिहार की गोपालगंज सीट पर बीजेपी विधायक सुभाष सिंह की मौत के बाद उपचुनाव हो रहे हैं। यह सीट सत्ताधारी महागठबंधन के आरजेडी के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई है। यहां पर बसपा से साधु यादव की पत्नी इंदिरा मैदान में हैं। वहीं आरजेडी ने मोहन गुप्ता को इस सीट से टिकट दिया है जबकि बीजेपी ने यहां से सुभाष सिंह की पत्नी कुसुम देवी को मैदान में उतारा है।

मोकामा सीट पर दो बाहुबलियों की पत्नियों के बीच टक्कर: मोकामा सीट से अनंत सिंह राजद के विधायक थे। मगर एक मामले में इन्हें सजा होने पर अयोग्य करार दिया गया। इसी वजह से यह सीट खाली हो गई थी। यहां सीधी टक्कर दो बाहुबलियों की पत्नियों के बीच में है। मोकामा से जेल में बंद बाहुबली अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी राजद उम्मीदवार है। तो इनके मुकाबले बाहुबली नलिन रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह की पत्नी को भाजपा ने मैदान में उतारा है।