Atiq Ahmed Brother Ashraf: खूंखार गैंगस्टर और राजनेता अतीक अहमद का भाई अशरफ डरा हुआ है। अशरफ इस वक्त उत्तर प्रदेश की बरेली जेल में बंद है। उसने बरेली जेल से ट्रांसफर किए जाने के खिलाफ कोर्ट में अपील की है। अशरफ ने आशंका जताई है कि अगर उसे जेल से बाहर निकाला गया तो उसकी हत्या की जा सकती है। पूर्व विधायक अशरफ और उसका भाई अतीक अहमद पिछले हफ्ते प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या के मामले में सुर्खियों में हैं।
उमेश पाल 2005 में बसपा विधायक राजू पाल की हत्या का मुख्य गवाह थे। इलाहाबाद (पश्चिम) विधानसभा सीट जीतने के महीनों बाद राजू पाल की हत्या कर दी गई थी, उन्होंने पूर्व सांसद अतीक अहमद के छोटे भाई खालिद अजीम को हराया था। राजू पाल हत्याकांड में अतीक अहमद, उसका भाई और पूर्व विधायक अशरफ मुख्य आरोपी हैं। सभी आरोपी फिलहाल जेल में बंद हैं। अशरफ जहां उत्तर प्रदेश की बरेली जेल में बंद है, वहीं अतीक अहमद गुजरात की साबरमती जेल में बंद है।
उमेश पाल हत्याकांड का एक आरोपी अरबाज मुठभेड़ में मारा गया
अशरफ ने कोर्ट सुनवाई या जेल स्थानांतरण के लिए बरेली जेल परिसर से बाहर ले जाने के खिलाफ कोर्ट में याचिका दायर की है, क्योंकि उसे डर है कि रास्ते में उसकी हत्या कर दी जाएगी। अशरफ की याचिका उमेश पाल हत्याकांड के एक आरोपी अरबाज के उत्तर प्रदेश पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने के एक दिन बाद आई है। अशरफ ने अपनी याचिका में जेल परिसर में भी सुरक्षा की मांग की है।
उमेश पाल हत्याकांड के आरोपियों में से एक अरबाज़ सोमवार को प्रयागराज के नेहरू पार्क में एक मुठभेड़ में मारा गया था। कहा जाता है कि उमेश पाल की हत्या करने के बाद शूटर जिस वाहन को ले गए थे, उसे अरबाज़ चला रहा था। प्रयागराज में Hyundai Creta SUV की पिछली सीट से उतरते वक्त उमेश पाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उमेश पाल को स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। पाल की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि उसे सात गोलियां मारी गई थीं।
सूत्रों के मुताबिक, उमेश पाल की हत्या की साजिश उत्तर प्रदेश की बरेली जेल में बंद अतीक अहमद के इशारे पर रची गई थी। उमेश को मारने की योजना हमलावरों द्वारा बरेली की जेल में बंद अतीक अहमद के भाई अशरफ से मुलाकात के बाद बनाई गई थी।