केंद्रीय उड्डयन मंत्री पी अशोक गजपति राजू का कहना है कि गठबंधन दलों के अध्यक्षों को नियमित रूप से मिलना चाहिए। राजू तेलगूदेशम पार्टी के सांसद हैं। टीडीपी एनडीए में सहयोगी है। राजू के बयान को एनडीए गठबंधन दलों में बढ़ती दूरियों के संदर्भ में देखा जा रहा है। ‘इंडियन एक्सप्रेस’ को दिए इंटरव्यू में कहा, ”मैंने वैंकेया नायडू से कहा कि हमारे लिए यह समस्या नहीं है। लेकिन अगर हम और अधिक मिलें, यूं कहे तो तीन महीने में एक बार मिले तो कंफर्ट लेवल और ज्यादा होगा।”
आंध्र प्रदेश की स्पेशल कैटगेरी की मांग पर उन्होंने कहा, ”मैं चाहूंगा कि ऐसा हो। आंध्र से आने वाला हर राज्य ऐसा चाहता है। लेकिन सिद्धारमैया, जया, केसीआर, नवीन पटनायक ने इस पर आपत्ति जताई है। वैंकेया और जेटली ने संसद में इस मुद्दे को उठाया था। उस समय के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इसकी घोषणा की थी। राहुल ने कहा था कि यह केबिनेट का फैसला है। फिर आपने ऐसा क्यों नहीं किया। हमें इस पर बात करनी चाहिए। दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हो पाया।”
राजू ने कहा, ”राज्य का पहला घाटे का बजट भारत सरकार वहन करेगी। राज्य के बनने से पहले गवर्नर ने 16 हजार करोड़ के करीब घाटे का अनुमान लगाया था। बाकी का वित्त आयोग वहन करेगा। अब दूसरा साल शुरू हो गया है। केंद्र ने 2800 करोड़ रुपये दिए हैं। भारत सरकार के लिए एकदम से इतनी धनराशि दे देना आसान नहीं। लेकिन घाटे से गुजरते एक राज्य के लिए यह बहुत मुश्किल है। भारत सरकार को मदद करनी होगी। कुछ निश्चित तरीकों से अन्याय किया गया। कोई भी उस समय को वापस नहीं ला सकता। आंध्र एक कृषि प्रधान राज्य है। हमें राज्यों की मदद करनी होगी। बातचीत चल रही है।”