यूपी पुलिस ने फ्रीलांस पत्रकार प्रशांत कनौजिया को उनके दिल्ली स्थित आवास से गिरफ्तार किया है। अयोध्या में राम मंदिर को लेकर किए गए कनौजिया के कथित सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर यह गिरफ्तारी की गई है। हालांकि पुलिस द्वारा इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी गई है। गिरफ्तारी के बाद पुलिस प्रशांत कनौजिया को दिल्ली के वसंत विहार थाने लेकर गई, जहां से उन्हें लखनऊ ले जाया जाएगा।
प्रशांत कनौजिया की गिरफ्तारी की भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने आलोचना की है। चंद्रशेखर ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि बहुजन पत्रकार प्रशांत कनौजिया की गिरफ्तारी उत्तर प्रदेश सरकार के तानाशाह रवैए का प्रमाण है। अब लोगों के लिखने-पढ़ने और आवाज उठाने से सरकार को तकलीफ होने लगी है। हम लगातार आपातकाल के दौर से घिरते जा रहे हैं। तत्काल प्रशांत कनौजिया की रिहाई सुनिश्चित की जाए।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि प्रशांत कनौजिया ने सोशल मीडिया पोस्ट में राम मंदिर के साथ ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पर भी आपत्तिजनक टिप्पणी की है। आरोप है कि कनौजिया ने जाति-धर्म को बांटने वाली टिप्पणी की थी। इस संबंध में लखनऊ में हजरतगंज कोतवाली में मामला दर्ज किया गया है। फेक न्यूज से दंगा फैलाने के आरोप में दिल्ली पुलिस और यूपी पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई कर प्रशांत कनौजिया को गिरफ्तार किया है।
बता दें कि यूपी पुलिस द्वारा इससे पहले भी एक मामले में प्रशांत कनौजिया को गिरफ्तार कर चुकी है। इससे पहले बीती साल प्रशांत कनौजिया पर सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया था। जिस पर यूपी पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार भी किया था।