पंजाब में कांग्रेस को बुधवार को बड़ी कामयाबी तब मिली, जब पूर्व कैबिनेट मंत्री अनिल जोशी ने पार्टी का हाथ थाम लिया। अनिल जोशी पंजाब की शिरोमणि अकाली दल-भाजपा सरकार में मंत्री रहे थे। पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, पंजाब में पार्टी के प्रभारी भूपेश बघेल सहित तमाम नेताओं ने जोशी का स्वागत किया।
पंजाब कांग्रेस ने कहा है कि जोशी के शामिल होने से कांग्रेस को मजबूती मिलेगी।
पंजाब में 2027 की शुरुआत में विधानसभा के चुनाव होने हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को सत्ता से बाहर कर दिया था लेकिन इस बार पार्टी फिर से पंजाब की सत्ता में आने के लिए ताकत झोंक रही है।
अनिल जोशी ने कुछ दिन पहले लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, पार्टी महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल से मुलाकात की थी।
‘सतलुज हमारा घर निगल गयी’, पंजाब में नदी का पानी कम होने के बाद टूटे घरों में लौटे किसान
बीजेपी के बाद शिअद में गए थे जोशी
जोशी को 2021 में बीजेपी ने निष्कासित कर दिया था और वह शिरोमणि अकाली दल (बादल) में शामिल हो गए थे। जोशी 2007 और 2012 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर अमृतसर उत्तर से विधायक निर्वाचित हुए थे। उन्हें 2012-2017 के दौरान अकाली-भाजपा शासन के दौरान स्थानीय निकाय, चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान मंत्री बनाया गया था। उन्होंने 2024 का लोकसभा चुनाव अमृतसर सीट से शिअद के टिकट पर लड़ा था लेकिन वह हार गए थे।
जोशी ने पिछले साल नवंबर में शिअद से इस्तीफा दे दिया था। इस साल जून में जोशी लुधियाना में पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल की उपस्थिति में फिर से शिअद में शामिल हो गए थे लेकिन उनकी यह पारी लंबी नहीं चली और अब वह कांग्रेस में आ गए हैं।
‘सारे टैक्स चुकाए, फिर भी…’ 32 साल बाद अमेरिका से निकाली गईं हरजीत कौर का छलका दर्द
तरनतारन से उम्मीदवार हो सकते हैं जोशी
अनिल जोशी को पंजाब में बड़ा हिंदू चेहरा माना जाता है। खबरों के मुताबिक, जोशी को कांग्रेस तरनतारन विधानसभा उपचुनाव में प्रत्याशी बना सकती है। तरनतारन सीट पर जल्द ही उपचुनाव होना है।
पंजाब में इस नेता को प्रदेश अध्यक्ष बना सकती है BJP; सुनील जाखड़ का क्या