कर्नाटक के पूर्व डीजीपी ओमप्रकाश का शव उनके बेंगलुरू स्थित घर पर मिला है। पुलिस ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि जिस जगह से उनका शव मिला, वहां फर्श पर हर जगह खून फैला हुआ था। इस बीच शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। ओम प्रकाश 2015 से 2017 तक कर्नाटक के डीजीपी थे। शुरुआती जांच में पुलिस को हत्या का मामला लग रहा है।

पत्नी पर शक

ओमप्रकाश 1981 बैच के आईपीएस अधिकारी थे। पुलिस को शक है कि उनकी पत्नी पल्लवी ने ही हत्या को अंजाम दिया है। इसके संबंध में पत्नी को हिरासत में ले लिया गया है और पूछताछ जारी है। पूर्व डीजीपी के शरीर पर चाकू के घाव के निशान मिले हैं। जैसे ही पुलिस को मामले की जानकारी मिली तुरंत पुलिस घर पहुंची और शव को अपने कब्जे में ले लिया। हालांकि अभी तक इस हत्या में उनकी पत्नी का हाथ है, इसको लेकर पुलिस अधिकारी ने पुष्टि नहीं की है। पुलिस ने पत्नी को मुख्य संदिग्ध के रूप में पहचाना है।

आर्थिक तंगी से जूझ रहा था परिवार

वहीं कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि पूर्व डीजीपी ओमप्रकाश का परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा था और भारी कर्ज था। इसको लेकर परिवार में अक्सर झगड़ा हुआ करता था। पुलिस को यह भी शक है कि आर्थिक विवाद हत्या का कारण हो सकता है।

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बता दें कि ओम प्रकाश मूल रूप से बिहार के चंपारण के निवासी थे। वह 68 साल के थे। उन्हें 1 मार्च 2015 को डीजीपी के रूप में नियुक्त किया गया था। उनका कार्यकाल 2 साल का था।

ओम प्रकाश के शव ऑटोप्सी के लिए भेजा जा चुका है और जांच जारी है। बताया जा रहा है कि ओम प्रकाश की बेटी से भी पुलिस पूछताछ कर रही है। कुछ मीडिया रिपोर्ट में यह भी दावा किया जा रहा है कि पूर्व डीजीपी ओम प्रकाश ने अपने किसी करीबी से ही जिंदगी को खतरा होने की आशंका जताई थी।