गोवा के नदी तटों पर किसी भी तरह की देश विरोधी गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए गोवा सरकार ने जरूरी कदम उठाए हैं। इसके तहत गोवा सरकार ने अब केवल अधिसूचित नदी घाटों पर ही मछली उतारने की अनुमति दी है।

सरकार की ओर से गुरुवार को जारी अधिसूचना में कहा गया है, ‘सरकार ने यह फैसला किया है कि केवल अधिसूचित किनारों या घाटों पर ही मछली उतारने के लिए डोंगियों या नौकाओं को रखा जा सकेगा।’ अधिसूचना में हालांकि पारंपरिक नदी तटों को इससे अलग रखा गया है। मत्स्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह अधिसूचना तट सुरक्षा समन्वय समिति की प्रतिक्रिया में आई है जिसने पारंपरिक घाटों के अलावा गैर अधिसूचित घाटों से मछली उतारने के काम पर प्रतिबंध लगाया था। अधिसूचना के अनुसार मछली उतारने का काम विभिन्न प्रमुख केंद्रों के अलावा पारंपरिक घाटों पर भी किया जाता है। इसलिए तटीय सुरक्षा को देखते हुए राज्य के सभी घाटों की निगरानी करना और इनकी संख्या सीमित करना जरूरी हो गया है।

मत्स्य उद्योग की असुविधा को देखते हुए सरकार ने पहले ही समूचे राज्य में पारंपरिक तटों के अलावा मछली उतारने के 28 घाटों और किनारों को अधिसूचित कर दिया है। 26/11 मुंबई आतंकी हमले के बाद समुद्री सुरक्षा महत्वपूर्ण हो गई है। देश विरोधी किसी भी गतिविधि पर नजर रखने के लिए गोवा पुलिस ने समूचे तटीय क्षेत्रों में तटवर्ती पुलिस थानों की स्थापना की है।‘