BJP councillor Omprakash Kushwah: मध्य प्रदेश के गुना में कुछ दिन पहले हनुमान जयंती के जुलूस के दौरान पथराव और हिंसा की घटना हुई थी। इस मामले में पुलिस ने भाजपा नेता और गुना के पार्षद ओम प्रकाश उर्फ गब्बर कुशवाहा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। लेकिन गब्बर के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के कुछ दिनों के अंदर ही गुना के एसपी संजीव कुमार सिन्हा का ट्रांसफर कर दिया गया है।

सिन्हा को भोपाल में पुलिस हेडक्वार्टर से अटैच कर दिया गया है।

याद दिलाना होगा कि पत्थरबाजी और हिंसा की यह घटना तब हुई थी जब हनुमान जयंती का जुलूस कर्नलगंज इलाके में मस्जिद के पास से गुजर रहा था। पुलिस का कहना था कि इस दौरान दो समुदायों के लोगों के बीच पहले नारेबाजी और फिर पथराव हुआ।

मस्जिद के नजदीक से गुजर रहा था हनुमान जयंती का जुलूस

पुलिस महकमे की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि इंदौर के शहरी पुलिस उपायुक्त अंकित सोनी अब गुना के नए एसपी होंगे। वह 2017 बैच के आईपीएस अफसर हैं। गुना के एसपी के ट्रांसफर को लेकर पुलिस का कहना है कि यह एक रुटीन ट्रांसफर है और इसका किसी घटना से कोई लेना-देना नहीं है।

जुलूस निकालने की अनुमति नहीं थी- सिन्हा

संजीव कुमार सिन्हा ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया था कि हनुमान जयंती पर जुलूस निकालने की अनुमति नहीं थी और इसे रोकने की कोशिश की गई थी। इसमें शामिल लोग मस्जिद के सामने रुके, उन्होंने तेज आवाज में डीजे बजाया और एक समुदाय को निशाना बनाते हुए भड़काऊ नारे लगाए।

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एसपी के मुताबिक, कुशवाहा ने कहा था, “तुम इस तरह नहीं समझोगे, हमें तुम्हें पाकिस्तान भेजना होगा।” सिन्हा ने कुशवाहा के खिलाफ BNS की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की थी। इस मामले में विश्व हिंदू परिषद के भी कुछ कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। गुना हिंसा के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे।