उत्तर प्रदेश के मंत्री आजम खान ने शनिवार को कहा कि दो दिन पहले मकर संक्रांति के मौके पर फतेहपुर जिले में तनाव ‘‘सहिष्णुता की कमी’’ के कारण पैदा हुआ लेकिन राज्य सरकार ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए उचित कदम उठाए। खान ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘फतेहपुर में तनाव सहिष्णुता की कमी के कारण पैदा हुआ….सहिष्णुता पैदा की जानी चाहिए और बढ़नी चाहिए। राज्य सरकार ने उचित कदम उठाए हैं।’’ बता दें कि फतेहपुर में मकर संक्रांति के जुलूस पर पत्थरबाजी के बाद इलाके में सांप्रदायिक हिंसा हुई। भीड़ ने आगजनी और तोड़फोड़ की थी। खबर के मुताबिक, मकर संक्रांति का जुलूस निकालने वाले लोग राम मंदिर का मॉडल लेकर चल रहे थे। इसके बाद उनकी दूसरे पक्ष के लोगों से बहस हुई जो बाद में हाथापाई में बदल गई।
आजम ने बीएसपी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ‘‘नेताओं के पैरों के पास बैठने’’ की परंपरा बसपा द्वारा शुरू की गयी थी जिसने हाल ही में 2017 के विधानसभा चुनाव के लिए अतरौली सीट से अपनी उम्मीदवार संगीता चौधरी की उम्मीदवारी को अनुशासनहीनता के आधार पर रद्द कर दिया। इसके पहले चौधरी ने फेसबुक पर अपनी एक तस्वीर पोस्ट की थी, जिसमें वह और उनके बच्चे पार्टी सुप्रीमो मायावती के पैर छूते दिख रहे हैं। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय को अल्पसंख्यक दर्जा के मुद्दे पर खान ने कहा, ‘‘अल्पसंख्यकों को किसी मुस्लिम प्राधिकार द्वारा ही न्याय मिला है।’’