हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति स्थित थोरांग गांव में कोरोनावायरस के कम्युनिटी ट्रांसमिशन का मामला सामने आया है। इस गांव के हर व्यक्ति की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, सिवाय एक 52 साल के आदमी के। बताया गया है कि पूरे हिमाचल में लाहौल स्पीति कोरोना से सबसे बुरी तरह प्रभावित है। इस गांव में संक्रमण फैलने का कारण कुछ दिन पहले हुए एक धार्मिक कार्यक्रम को बताया जा रहा है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, थोरांग गांव में बड़ी संख्या में लोगों के संक्रमित निकलने के बाद आसपास के गांवों में भी लोगों में कोरोना का डर बैठ गया है। प्रशासन ने रोहतांग टनल के उत्तरी मुहाने पर स्थित तेलिंग नुल्लाह पर पर्यटन से जुड़ी आवाजाही को बंद कर दिया है। साथ ही टूरिस्ट्स को लाहौल के गांवों में आने से रोक दिया गया है, क्योंकि रोहतांग टनल के आगे के सभी गांव अब कंटेनमेंट जोन्स में बदल दिए गए हैं।
पूरे गांव के कोरोना से प्रभावित होने के बावजूद 52 साल के भूषण ठाकुर की रिपोर्ट निगेटिव आई। अब उनका कहना है कि वे अलग कमरे में रह रहे हैं और पिछले चार दिन से अपना खाना खुद बना रहे हैं। उन्होंने बताया कि टेस्ट के नतीजे आने से पहले वे अपने परिवारवालों के साथ ही थे। हालांकि, मास्क पहनने, सैनिटाइजेशन और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का पालन करने को लेकर वे काफी सजग थे। भूषण के परिवार के पांच सदस्यों को कोरोना हुआ है और उनका कहना है कि किसी को भी इस समस्या को हल्के में नहीं लेना चाहिए।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश में अब तक कोरोना के 32 हजार से ज्यादा मामले दर्ज हो चुके हैं, इनमें करीब 7 हजार एक्टिव केस हैं। वहीं 491 लोगों की जान गई है। मंडी और शिमला कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित रहे हैं, यहां 5 हजार के ऊपर केस पहुंच चुके हैं। वहीं अब तक कोरोना से सुरक्षित माने जा रहे लाहौल स्पीति में शुक्रवार को 49 नए केस सामने आने के साथ संक्रमितों की संख्या 939 पहुंच गई। इनमें 5 लोगों की जान जा चुकी है।