चुनाव आयोग ने शुक्रवार को तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में 16 मई को होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए अधिसूचना जारी कर दी। इसके साथ ही तमिलनाडु के 234, केरल के 140 और पुडुचेरी के 30 विधानसभा क्षेत्रों के लिए नामाकंन दाखिल करने का काम अब शुरू हो जाएगा। नामांकन-पत्र दाखिल करने की आखिरी तारीख 29 अप्रैल है और 30 अप्रैल को इनकी जांच होगी। नामांकन-पत्र वापस लेने की आखिरी तारीख दो मई है जबकि वोटों की गिनती 19 मई को होगी।
तमिलनाडु में सत्ताधारी अन्नाद्रमुक, द्रमुक, पीडब्ल्यूएफ-डीएमडीके-टीएमसी गठबंधन और पीएमके एवं भाजपा की अगुवाई वाले गठबंधन चुनावी मैदान में होंगे। तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में अन्नाद्रमुक सुप्रीमो एवं मुख्यमंत्री जे जयललिता, द्रमुक अध्यक्ष एम करुणानिधि, उनके बेटे एम के स्टालिन, डीएमडीके संस्थापक विजयकांत, एमडीएमके के वाइको और पीएमके के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार अंबुमणि रामदास चुनाव प्रचार करने वाले प्रमुख चेहरे हैं।
तमिलनाडु में करीब 5.6 करोड़ लोग अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के योग्य हैं। राज्य में 65,000 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। केंद्रशासित प्रदेश पुडुचेरी में कुल 9,48,717 वोटर हैं, जिनमें 4,97,790 महिलाएं हैं। यहां 930 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। केरल में वोटरों की कुल संख्या 2,56,27,620 है और इनमें से 1,33,01,435 महिलाएं हैं।
शुक्रवार को अधिसूचना जारी होने के तुरंत बाद कई उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किए। नामांकन दाखिल करने का काम सुबह 11 बजे से जिलाधिकारी कार्यालर्यों में शुरू हो गया। केरल के पूर्व वित्त मंत्री केएम मणि, वन मंत्री तिरूवनचूर राधाकृष्णन, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष कुम्मनम राजशेखरन और पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष वी मुरलीधरन ने पहले दिन नामांकन दाखिल किए।
केरल कांग्रेस (एम) पार्टी के नेता मणि (83) कोट्टायम जिले के पाला विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार हैं गौरतलब है कि केरल कांग्रेस (एम) यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) का घटक दल है। यूडीएफ की अगुवाई कांग्रेस कर रही है। बार रिश्वतखोरी घोटाले में भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद मणि ने केरल की ओमन चांडी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था।