महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे सरकार ने विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया है। शिंदे सरकार के पक्ष में 164 वोट पड़े जबकि विपक्ष को सिर्फ 99 वोट हासिल हुए। वहीं उद्धव खेमे के एक और विधायक एकनाथ शिंदे के पाले में चले गए और सरकार के पक्ष में मतदान किया। सदन में जब वोटिंग चल रही थी, उस दौरान विपक्षी विधायकों ने ईडी-ईडी के नारे भी लगाएं।

वोटिंग के बाद आदित्य ठाकरे के साथ अन्य शिवसेना नेता वापस चले गए। विधानसभा में वोटिंग के दौरान 22 विधायक उपस्थित नहीं थे। इनमें कांग्रेस के 10, समाजवादी पार्टी के 2, एआईएमआईएम और एनसीपी के एक-एक विधायक शामिल हैं। कांग्रेस के विधायक विधानसभा पहुंचने में लेट हो गए।बता दें कि रविवार को स्पीकर के लिए चुनाव हुआ था, जिसमे शिवसेना के उम्मीदवार को 107 वोट मिले थे, जबकि बीजेपी के उम्मीदवार राहुल नार्वेकर को 164 वोट मिले थे।

वहीं फ्लोर टेस्ट से पहले उद्धव खेमे के विधायक संतोष बांगड़ ने शिंदे खेमा जॉइन कर लिया और सरकार के पक्ष में वोटिंग की। रविवार को स्पीकर के चुनाव के दौरान संतोष बांगड़ ने शिवसेना के उम्मीदवार राजन साल्वी के पक्ष में मतदान किया था। सदन में जब शिंदे गुट के विधायक वोटिंग कर रहे थे, उस दौरान विपक्ष के विधायक ईडी-ईडी के नारे लगा रहे थे।

विश्वास मत के दौरान प्रताप सरनाइक ने एकनाथ शिंदे का समर्थन किया तो विपक्षी विधायकों ने ईडी, ईडी के नारे भी लगाए। प्रताप सरनाइक को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा मनी-लॉन्ड्रिंग जांच का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने पिछले साल शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाने के लिए कहा था और अपने नेताओं को केंद्रीय एजेंसियों द्वारा कार्रवाई से बचाने के लिए पत्र लिखा था। यामिनी जाधव के वोटिंग के दौरान भी ईडी ईडी के नारे लगाएं गए, क्योंकि यामिनी जाधव के पति यशवंत जाधव ईडी की जांच का सामना कर रहे हैं।

वहीं विश्वास मत जीतने के बाद उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि सीएम एकनाथ शिंदे 24 घंटे उपलब्ध रहते हैं। उन्होंने आगे कहा, “राजनीति में विरोधियों की आवाज सुनने के लिए सभी को तैयार रहना चाहिए। हमने देखा है कि सोशल मीडिया पर बयान देने और पोस्ट करने के लिए लोगों को जेल में डाल दिया गया। हमें अपने खिलाफ बोलने वाले लोगों के लिए तैयार रहना चाहिए। हमें उचित तरीके से आलोचना का जवाब देना चाहिए।”