कानपुर के शिवराजपुर विकासखंड में तैनात एक क्लर्क ने कानपुर बीएसए के खिलाफ बदसलूकी का आरोप लगाते हुए मोर्चा खोल दिया है। दरअसल मामूली गलती पर बीएसए ने लिपिक के साथ गाली-गलौच करते हुए जूते से मारने की धमकी दी थी। इससे आहत होकर लिपिक ने मुख्यमंत्री, जिलाधिकारी, मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा अधिकारी से शिकायत की है। लिपिक का कहना है, ‘इस घटना से मेरी छवि धूमिल हुई है जिसकी वजह से मुझे मानसिक कष्ट है और मैं बहुत असहज महसूस कर रहा हूं।’
शिवराजपुर विकासखंड में लिपिक के पद पर तैनात विकास श्रीवास्तव ने बताया कि बीएसए प्रवीण मणि त्रिपाठी अपने कार्यालय में मीटिंग कर रहे थे। उस हाल में सभी खंड शिक्षा अधिकारी और सैकड़ों महिला शिक्षिकाएं मौजूद थीं। शिवराजपुर खंड शिक्षा अधिकारी उमाकांत ने मुझसे प्राथमिक विद्यालय नदीहा खुर्द में कार्यरत सहायक अध्यापिका साधना की जन्मतिथि और कार्यभार ग्रहण करने के संबंध में पूछा था।
श्रीवास्तव ने कहा, ‘मैंने सेवा पुस्तिका देकर जन्मतिथि और ज्वॉइनिंग के संबंध में जानकारी दी थी। लेकिन कार्यभार ग्रहण करने की तिथि गलत अंकित थी। इसे देखकर बीएसए प्रवीण मणि त्रिपाठी भड़क उठे। सभी के सामने मेरे साथ गाली-गलौज करने लगे। इसके बाद वो कहने लगे कि अभी तुझको जूतों से मारेंगें।’ उन्होंने बताया कि सहायक अध्यापिका साधना की डिटेल खंड शिक्षा अधिकारी उमाकांत ने दी वॉट्सएप के जरिए भेजी थी। जबकी अपनी बात मैंने बीएसए के सामने रखी थी कि उमाकांत द्वारा दी गई डिटेल के अधार पर ज्वॉइनिंग की तारीख अंकित की गई थी।
श्रीवास्तव का कहना है, ‘इससे मेरी छवि धूमिल हुई है। मेरी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील है कि वो इस घटना की जांच कराए। जो भी दोषी हो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए। वहीं इस मामले में जब बीएसए से प्रवीण मणि त्रिपाठी से बात करने का प्रयास किया गया तो बात करने से इनकार कर दिया।’