एक हफ्ते पहले कानपुर के चौबेपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे को पुलिस ने शुक्रवार को ही एनकाउंटर में मार गिराया। विकास के एनकाउंटर के बाद से ही इस बात पर राजनीति जारी है कि उसकी मौत के बाद राजनीति और पुलिस महकमे से जुड़े कई राज अब उसी के साथ दफन हो जाएंगे। हालांकि, जांच एजेंसियां इतनी आसानी से विकास दुबे के मामले को नहीं छोड़ना चाहती। बताया गया है कि प्रवर्तन निदेशालय ने विकास दुबे के रियल एस्टेट के धंधे की जांच शुरू कर दी है। इतना ही नहीं गैंग में शामिल उसके साथियों की प्रॉपर्टी की भी जांच की जाएगी।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने विकास दुबे के साथ उसके परिवारवालों और उसके साथियों की संपत्तियों की जानकारी उत्तर प्रदेश पुलिस से मांगी है। एजेंसी ने विकास के खिलाफ मौजूदा समय में चल रहे आपराधिक केसों की भी डिटेल्स देने के लिए कहा है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, विकास दुबे ने पिछले तीन सालों में 14 देशों का सफर किया था। उसके पास संयुक्त अरब अमीरात से लेकर थाईलैंड तक में एक पेंटहाउस है। हाल ही में उसने 20 करोड़ रुपए से ज्यादा कीमत का एक बंगला लखनऊ में भी लिया था। पुलिस का मानना है कि विकास दुबे के पास सिर्फ यूपी में ही 11 घर और 16 से ज्यादा फ्लैट्स हैं, जिन्हें उसने बेनामी संपत्ति के तौर पर खरीदा। फिलहाल ईडी इन घरों की जांच में जुट गई है।
ईडी ने कानपुर पुलिस को 7 जुलाई को भेजे मैसेज में दुबे से जुड़ी संपत्तियों का ब्योरा देने के लिए कहा है। एजेंसी इस मामले की मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत जांच करेगी। एक जांच अधिकारी का कहना है कि विकास दुबे किसी बड़े बिजनेसमैन के लिए मनी लॉन्ड्रिंग जैसे कामों में जुड़ा था। इसलिए उसकी संपत्तियों की जांच की जाएगी।