Dussehra Rally in Mumbai: मुंबई पुलिस ने शिवसेना के दोनों गुटों की दशहरा रैली में भारी भीड़ एकत्रित होने का अनुमान लगाते हुए शिवाजी पार्क और बांद्रा कुर्ला कॉम्पलेक्स (BKC) में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

सूत्रों के मुताबिक, 5000 से ज्यादा बसों, कई छोटे पर्यटक वाहनों, कारों और एक स्पेशल ट्रेन को बुधवार को दो प्रतिद्वंद्वी शिवसेना गुटों की मुंबई में होने वाली दशहरा रैलियों के लिए रवाना किया गया है। महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (MSRTC) के एक अधिकारी ने बताया कि महाराष्ट्र के विभिन्न क्षेत्रों में कम से कम 1,700 सरकारी बसों को बुक किया गया है।

मुंबई में होंगी दो दशहरा रैली: गौरतलब है कि शिवसेना के गठन के 56 साल बाद बुधवार को मुंबई में दो दशहरा रैली होंगी। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाला शिवसेना गुट बांद्रा कुलरा कॉम्प्लेक्स) के एमएमआरडीए मैदान में रैली करेगा जबकि शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाला समूह मुंबई के शिवाजी पार्क में अपना दशहरा कार्यक्रम आयोजित कर रहा है।

मुंबई पुलिस ने जारी की एडवाइजरी: रेलवे के एक अधिकारी ने कहा कि महाराष्ट्र के नांदेड़ शहर से दशहरा रैली के लिए एक ट्रेन बुक की गई है। शिंदे गुट द्वारा बुक की गई ट्रेन मंगलवार रात नांदेड़ से रवाना होगी और बुधवार दोपहर मुंबई के लोकमान्य तिलक टर्मिनस पहुंचेगी। वहीं, मुंबई यातायात पुलिस ने दशहरा रैली से जुड़े वाहनों के लिए पार्किंग क्षेत्र निर्धारित कर दिए हैं।

पार्किंग के लिए खास इंतजाम: इस बारे में जानकारी देते हुए मुंबई ट्रैफिक पुलिस ने कहा कि उसने शिवसेना के उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे गुटों के कार्यकर्ताओं की दशहरा रैलियों के लिए शिवाजी पार्क और बांद्रा कुर्ला परिसर में लाने वाली कई बसों की पार्किंग के लिए आवश्यक व्यवस्था की है। वहीं बस ऑपरेटरों के अनुसार, शिंदे के नेतृत्व वाले गुट ने अपने समर्थकों को लाने के लिए महाराष्ट्र के विभिन्न जिलों से लगभग 3000 प्राइवेट बसों को किराए पर लिया है।

इसके अलावा, लगभग 4000 पर्यटक कैब समर्थकों को एमएमआरडीए मैदान में लाएंगे। सूत्रों के मुताबिक, ठाकरे गुट ने शिवाजी पार्क की रैली में प्रतिभागियों को लाने के लिए 700 बसें बुक की हैं। वहीं, दूसरी ओर उद्धव ठाकरे ने मुंबई के 227 वार्डों में से प्रत्येक वार्ड से 4 बसों से कार्यकर्ताओं को लाने का जिम्मा अपने सभी जोनल प्रमुखों को सौंपा है। सूत्रों के मुताबिक मुंबई के अलावा पश्चिमी महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और उत्तरी महाराष्ट्र के संचार प्रमुख ट्रेनों से पहुंचने वाले कार्यकर्ताओं को कॉर्डिनेट करेंगे।