Dularchand Yadav Case: बिहार विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग से कुछ दिन पहले मोकामा में जनसुराज समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या का मामला राजनीतिक चर्चा का विषय बना हुआ है। विपक्षी महागठबंधन के नेताओं ने इस हत्याकांड को लेकर चुनाव आयोग पर भी सवाल खड़े किए थे। अब चुनाव आयोग ने मोकामा के अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की है। आयोग ने बाढ़ और मोकामा के तीन अधिकारियों का तत्काल प्रभाव से तबादला करने के साथ ही एक अन्य अधिकारी को निलंबित भी कर दिया है।
मोकामा के अधिकारियों पर एक्शन लेने के साथ ही चुनाव आयोग ने दुलारचंद यादव हत्याकांड मामले में बिहार के डीजीपी विनय कुमार से रविवार दोपहर 12 बजे तक केस में अब तक की गई कार्यवाई की विस्तृत रिपोर्ट भी मांगी है। बता दें कि आज ही विपक्षी महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के प्रत्याशी और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने इस हत्याकांड को लेकर चुनाव आयोग पर सवाल खड़े किए थे। उन्होंने विधायक और मोकामा सीट से जेडीयू प्रत्याशी अनंत सिंह के खिलाफ एक्शन न होने को लेकर भी नाराजगी जताई थी।
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चुनाव आयोग ने क्या-क्या की कार्यवाई?
इस मामले में आज चुनाव आयोग ने अहम निर्देश जारी किया और बाढ़ के सब-डिविजनल ऑफिसर, मोकामा विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निंग ऑफिसर चंदन कुमार को पद से हटा दिया है। उनकी जगह यह पद आईएएस आशीष कुमार को दिया गया है, जो कि वर्तमान में पटना नगर निगम के अतिरिक्त नगर आयुक्त भी है। चुनाव आयोग ने इसके अलावा राकेश कुमार एसडीपीओ बाढ़-1 और अभिषेक सिंह, सीडीपीओ बाढ़-2 का भी तबादला कर दिया है।
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इन दोनों की जगह ही चुनाव आयोग ने 2022 आरआर बैच के आनंद कुमार सिंह और आयुष श्रीवास्तव को नियुक्त किया है। चुनाव आयोग ने हटाए गए तीनों ही अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही का निर्देश भी जारी किया है। इस पूरे प्रकरण पर पटना ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक यानी एसपी ने बताया कि यह कार्रवाई दो SHO, घोसवारी एसएचओ मधुसूदन कुमार और भदौर एसएचओ रवि रंजन को इसी मामले के सिलसिले में दिन में निलंबित किए जाने के बाद की हुई है।
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क्या है दुलारचंद यादव की मौत का मामला?
गौरतलब है कि 30 अक्टूबर 2025 को चुनाव प्रचार दो प्रतिद्वंदी गुटों के बीच गोलीबारी में दुलार चंद यादव की मौत हो गई थी। इस मामले में पुलिस ने तीन एफआईआर दर्ज की थीं और दो संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार किया था। हालांकि, दुलार चंद यादव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट मौत का कारण गोली लगने को नहीं बताया गया है।
दुलारचंद यादव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि हृदय और फेफड़ों में चोट लगने के बाद हृदय गति रुकने से उनकी मौत हुई थी। यह घटना भदौर और घोसवारी थानों के पास हुई थी। पटना पुलिस को सौंपी गई रिपोर्ट में बताया गया कि दुलार चंद की मौत का कारण हृदय और फेफड़ों में किसी कठोर और कुंद पदार्थ से लगी चोट के कारण हृदय गति रुकना है। रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया कि यादव को टखने के पास गोली मारी गई थी लेकिन गोली का घाव उनकी मौत का कारण नहीं था।
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