दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) ने काली सूची से 225 सिखों के नाम हटाने के केंद्र सरकार के फैसले का स्वागत किया है। कमेटी ने इस काली सूची को वेबसाइट पर सार्वजनिक करने की सरकार से मांग की है। कमेटी अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके ने इस कदम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री सुुषमा स्वराज, पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल को धन्यवाद दिया है। काली सूची को सिखों का लोकतांत्रिक हक छीनने का प्रतीक बताते हुए जीके ने इस मामले में कमेटी की ओर से किए गए प्रयासों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि यह काली सूची 32 साल से ज्यादासमय से भारत छोड़कर विदेशों में शरण लेने वाले सिखों को वापस अपने वतन आने से रोक रही थी। प्रधानमंत्री की अमेरिका यात्रा के दौरान स्थानीय सिखों द्वारा इस मसले को उठाने की अपील के बाद कमेटी ने युद्धस्तर पर राजनीतिक व कानूनी कोशिशें शुरू कर दी थीं।