Jammu and Kashmir: जम्मू-कश्मीर में चुनाव से पहले सियासत तेज हो गई है। जम्मू कश्मीर के सभी राजनीतिक दलों ने गैर कश्मीरियों को मतदाता बनाए जाने का आरोप लगाया है। इसी को लेकर शनिवार (10 सितंबर, 2022) को जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (JKNC) के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला के आवास पर सर्वदलीय बैठक हुई। बैठक के बाद फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि वे नहीं चाहते कि केंद्र शासित प्रदेश में बाहरी लोगों को मतदान का अधिकार मिले। वहीं जम्मू कश्मीर कांग्रेस ने कहा पूछा कि वो 25 लाख वोटर कौन हैं। जिसको बीजेपी मतदाता सूची में शामिल करना चाहती है।

बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए अब्दुल्ला ने कहा, ‘आज सभी राजनीतिक दलों के नेता उपस्थित हैं। हम नहीं चाहते कि बाहरी लोगों को जम्मू-कश्मीर में वोटिंग का अधिकार मिले’। अब्दुल्ला ने कहा कि हम जम्मू-कश्मीर के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) द्वारा दिए गए आश्वासनों को नहीं मानते हैं। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा था कि वह ‘दिल्ली की दूरी’ और ‘दिल की दूरी’ को कम कर देंगे, लेकिन अब तक कुछ भी नहीं किया गया है।”

वहीं सर्वदलीय बैठक से पहले कांग्रेस ने स्थिति स्पष्ट की थी। कांग्रेस ने कहा था कि वह सर्वदलीय बैठक में शामिल होगी। जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रमन भल्ला बैठक में शामिल होने के लिए फारूक अब्दुल्ला के आवास पहुंचे थे।

रमन भल्ला ने कहा- हम जम्मू-कश्मीर में गैर-स्थानीय लोगों को मतदाताओं के रूप में शामिल करने के खिलाफ हैं। इसी मुद्दे पर इस बैठक में हिस्सा ले रहे हैं। हम गुपकार गठबंधन (Gupkar Alliance) का हिस्सा नहीं हैं।

जम्मू कश्मीर कांग्रेस ने कहा कि हमारा पहले भी एक ही मुद्दा था कि 20-25 लाख जो वोटर मतदाता सूची में शामिल करने की बात मुख्य चुनाव अधिकारी ने कही थी। उसको लेकर अभी तक कोई ऑर्डर नहीं निकाला गया कि वो 20-25 लाख लोग कौन हैं। उन्होंने कहा कि अगर कोई इस तरह की बात करता भी है तो वो बीजेपी के लोग अपनी प्रेस वार्ता में कहते हैं। उन्होंने कहा कि इन सब बातों को हमें बीजेपी से सुनने की जरूरत नहीं है।

अवामी नेशनल कांफ्रेंस के नेता मुजफ्फर शाह ने कहा कि हम गैर स्थानीय लोगों के लिए मतदान के अधिकार के खिलाफ हैं। इस मुद्दे पर जम्मू-कश्मीर के सभी राजनीतिक दल एकमत हैं।

बैठक में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती, पीपुल्स अलायंस फॉर गुप्कर डिक्लेरेशन के प्रवक्ता यूसुफ तारिगामी, जेकेएनसी के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला और कांग्रेस के नेता समेत कई अन्य लोगों ने भी हिस्सा लिया।

इस बीच, फारूक अब्दुल्ला के घर के पास विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। राष्ट्रीय बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने गुप्कर पार्टी के खिलाफ प्रदर्शन किया।
बता दें, संशोधित मतदाता सूची में मतदाताओं का नाम जोड़ने पर केंद्र शासित प्रदेश के सीईओ हिरदेश कुमार की टिप्पणी के बाद यह सर्वदलीय बैठक बुलाई गई थी। बता दें, मुख्य चुनाव अधिकारी हिरदेश कुमार सिंह ने 6 सितंबर को कहा था कि 15 सितंबर से प्रदेश में परिसीमन आयोग की रिपोर्ट के आधार पर मतदाता सूची तैयार होने जा रही है। ऐसे में इस कार्य में सभी राजनीतिक दल भी अपना सहयोग दें।