ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने आरजेडी और कांग्रेस को नसीहत दी है कि इस बार उनकी पार्टी के विधायकों को तोड़ने की कोशिश न की जाए। आरजेडी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष और विधायक अख्तरुल ईमान ने मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में एआईएमआईएम के पांच विधायक जीते थे, जिनमें से चार को आरजेडी ने तोड़ लिया था।

अख्तरुल ईमान ने सवाल उठाया कि क्या इस बार भी वही कहानी दोहराई जाएगी? इस बार भी एआईएमआईएम को पांच सीटों पर जीत मिली है।

कोई सपना भी न देखे…

ईमान ने चेतावनी देते हुए कहा, “जो लोग खरीद-फरोख्त की राजनीति करते हैं, वे खुद टूट जाएंगे लेकिन एआईएमआईएम का कोई विधायक टूटने वाला नहीं है। हमारे घर की ओर देखने की कोशिश मत कीजिए। यह पहली बार वाली स्थिति नहीं है। अब एआईएमआईएम मजबूत है और कोई हमारे विधायक को तोड़ने का सपना भी न देखे।”

ईमान ने कांग्रेस और आरजेडी पर हमला करते हुए कहा कि एआईएमआईएम ने कांग्रेस और आरजेडी को गठबंधन करने का प्रस्ताव दिया था लेकिन दोनों दलों ने उसे स्वीकार नहीं किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को अपने ही हालात की सुध नहीं है, फिर भी वह दूसरों को उपदेश दे रही है।

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कांग्रेस खुद को संभाले

अमौर सीट से चुनाव जीते ईमान ने कहा, “कांग्रेस के अपने चार विधायक नाराज हैं और हमें टूटने वाला बता रहे हैं। पहले खुद संभलें।” ईमान ने राजनीतिक हलकों में चल रही चर्चाओं का जिक्र करते हुए कहा कि जेडीयू इस बार एआईएमआईएम के विधायकों को साधने की कोशिश कर रही है।

बिहार में विधानसभा चुनाव के दौरान एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने आरजेडी से महागठबंधन में शामिल करने की मांग की थी लेकिन आरजेडी ने उनकी मांगों पर विचार नहीं किया था।

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