राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य में 19 नए जिले बनाए जाने की घोषणा की है। उनके इस कदम को एक बड़े फैसले के तौर पर देखा जा रहा है। राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 में होने हैं, ऐसे में अशोक गहलोत का यह फैसला उन मतदाताओं पर सीधा असर कर सकता है जिन्हें कई सालों से नए जिलों की मांग के साथ संघर्ष करते देखा गया था।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधानसभा में कहा कि हमें राज्य में कुछ नए जिलों के गठन की मांगें मिली थी। हमने इन प्रस्तावों की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया था और हमें अंतिम रिपोर्ट मिल गई है। मैं अब राज्य में नए जिलों के गठन की घोषणा करता हूं। इसके बाद उन्होने एक-एक कर नए जिलों का नाम पढ़ना शुरू किया।

मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि अनूपगढ़ (श्रीगंगानगर), बालोतरा (बाड़मेर), ब्यावर (अजमेर), डीग (भरतपुर), डीडवाना-कुचामनसिटी (नागौर), दूदू (जयपुर), गंगापुर सिटी (सवाईमाधोपुर), जयपुर-उत्तर, जयपुर-दक्षिण, जोधपुर पूर्व, जोधपुर पश्चिम, केकड़ी (अजमेर), कोटपूतली-बहरोड़ (जयपुर), खैरथल (अलवर), नीम का थाना (सीकर), फलोदी (जोधपुर), सलूंबर (उदयपुर), सांचोर (जालोर), शाहपुरा (भीलवाड़ा) नए जिले होंगे। हर नाम की घोषणा के साथ कांग्रेस विधायक तालियां बजाकर स्वागत कर रहे थे।

जब सीएम ने विपक्षी विधायकों से कहा ‘आप भी ताली बजा सकते हैं’

हर नए जिले की नाम के घोषणा के साथ कांग्रेस के सभी विधायक ताली बजाकर स्वागत कर रहे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री गहलोत भाजपा विधायकों की ओर मुखातिब हुए और बोले की आप भी ताली बजा सकते हैं, जिले तो सबके हैं। उन्होने कहा “माननीय अध्यक्ष महोदय जिले किसी एक के थोड़ी हैं, सबके जिले हैं भाई, सबकी ताली एक साथ बजनी चाहिए, तभी मज़ा आएगा जिले बनाने का भी” इसके बाद उन्होने एक-एक कर सभी जिलों के नाम पढ़ना शुरू किया। इसके बाद मुख्यमंत्री गहलोत ने तीन ने संभाग बांसवाड़ा, पाली और सीकर बनाने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस घोषणा के बाद ट्वीट करते हुए कहा कि इस बजट में मैंने प्रदेशवासियों की भावनाओं के अनुरूप निर्णय किए हैं। मुझे खुशी है कि पूरे प्रदेश की आकांक्षाएं बजट से पूरी हुई हैं। PCC द्वारा अधिवेशन में दिए प्रस्तावों को भी इस बजट में शामिल किया गया है। राजस्थान की जनता के लिए बचत, राहत और बढ़त का सिलसिला ऐसे ही चलता रहेगा।