2015 के दौरान पीएम मोदी का ‘पिनस्ट्रिप’ (सूट) खरीदने वाले सूरत के हीरा कारोबारी से एक करोड़ रुपए की ठगी होने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि इस धोखाधड़ी को एक फर्म ने अंजाम दिया है। पीड़ित ने मामले की जानकारी पुलिस को दी, जिसके केस दर्ज कर लिया गया है।
यह है मामला : सूरत के नानी वेद निवासी कमलेश केवड़िया पेशे से हीरा कारोबारी हैं और कतारगाम स्थित धर्मानंदन डायमंड्स के जीएम हैं। उनका नाम उस वक्त चर्चा में आया था, जब उन्होंने 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पिनस्ट्रिप खरीदा था। बता दें कि इस सूट के लिए केवड़िया ने 4.31 करोड़ रुपए खर्च किए थे। अब एक बार फिर हीरा कारोबारी केवड़िया का नाम सुर्खियों में है, लेकिन इस बार वजह दूसरी है। बताया जा रहा है कि केवड़िया के साथ एक फर्म ने एक करोड़ रुपए की ठगी की है। ऐसे में उन्होंने आरोपी हिम्मत कोशिया और उनके भाई विजय के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है। आरोपी दोनों भाई की फर्म नंदू दोशी नी वादी भी कतारगाम में ही स्थित है।
कोशिया बंधुओं से 5 महीने पहले हुई थी मुलाकात : कमलेश केवड़िया ने बताया कि वह 5 महीने पहले एक हीरा दलाल जनक ढोला के माध्यम से कोशिया बंधुओं से मिले थे। कोशिया बंधुओं ने चार महीने पहले लगभग 1 करोड़ के हीरे उनकी (केवड़िया) फर्म से उधार लिए थे, जिन्हें लौटाने में वे असफल रहे। केवड़िया ने बताया कि जब वह अपनी रकम लेने आरोपियों की फर्म पहुंचे तो वह बंद मिली।
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1500 कैरेट के हीरे दिए थे उधार : केवड़िया ने बताया कि उन्होंने कोशिया बंधुओं का पता लगाने का काफी प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। कतारगाम इंस्पेक्टर जेडएन घसुरा ने बताया कि कोशिया बंधुओं ने धर्मानंदन डायमंड्स से 1500 कैरेट के हीरे लिए थे, जिनकी कीमत एक करोड़ रुपए से भी ज्यादा है।
एक और कारोबारी को दे चुके हैं धोखा : पुलिस ने बताया, ‘आरोपियों ने न तो हीरे वापस किए और न ही बिल चुकाया। आरोपी कोशिया बंधु वराछा के एक अन्य हीरा व्यापारी को भी धोखा दे चुके हैं। पुलिस ने बताया कि हम आरोपी कोशिया बंधुओं का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

