दिल्ली नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) को भले ही जीत हासिल हुई हो, लेकिन वोट फीसद में इसे 2020 में हुए विधानसभा चुनावों में मिले जनाधार के मुकाबले इस बार मतों का नुकसान हुआ है। पिछले विधानसभा चुनाव में आप को कुल 53.8 फीसद वोट मिले थे, लेकिन इस बार पार्टी को कुल 42.3 फीसद मतों पर ही संतोष करना पड़ा। पार्टी को कुल 11 फीसद मतों का नुकसान उठाना पड़ा है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी ने सीटों की संख्या के लिहाज से दूसरे नंबर पर खिसकने के बावजूद मत फीसद में बढ़त हासिल की। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा को कुल 38.7 फीसद वोट मिले थे, लेकिन इस बार पार्टी ने करीब एक फीसद की बढ़त के साथ 39.09 फीसद वोट हासिल किए।

इसके बाद 2020 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 53 फीसद वोट हासिल कर 62 सीटें जीती थीं। वहीं, भाजपा ने महज आठ सीटें जीती थीं, लेकिन उसका वोट फीसद 38.7 रहा। बीते निगम चुनाव 2017 में भाजपा का मत फीसद 35 था। उसके मुकाबले इस बार करीब चार फीसद से भी अधिक भाजपा को बढ़त मिली है, लेकिन जब आप को 25 फीसद वोट मिले थे। इसके मुकाबले भले आप ने बढ़त हासिल की, लेकिन 2020 के चुनाव के मुकाबले आप को खास करीब 11 फीसद का नुकसान हुआ है।

वहीं विधानसभा चुनावों में कुल चार दशमलव तीन फीसद वोट पर सिमट आई कांग्रेस को इस बार 12 फीसद मत हासिल हुए हैं। कांग्रेस पार्टी ने कुल नौ सीटें ही हासिल की। आप का मुसलिम बहुल इलाके में भी जनाधार कमजोर हुआ है। वार्ड संख्या 189 जाकिर नगर जहां आप विधायक अमानतुल्लाह खान का घर है, ‘आप’ यह सीट नहीं जीत पाई और यहां से कांग्रेस की नेता नाजिया दानिश को जीत हासिल हुई। वहीं कांग्रेस ने जो नौ सीटें जीती उनमें से पांच पूर्वोत्तर दिल्ली के मुसलिम बहुल इलाकों की सीटें हीं हैं।

राजनीतिक जानकार तरुण धर का कहना है कि वोट फीसद के हिसाब से हम ठीक इसके पहले के चुनाव को देखें तो सीटों की जीत हासिल करने वाली आप को वोटों का सबसे अधिक नुकसान हुआ है। नतीजे यह भी दिखाते हैं कि आप के वोट न केवल कांग्रेस में गए है बल्कि भाजपा व अन्य दलों में भी बटें। जहां आप के 11 फीसद के नुकसान में कांग्रेस को करीब आठ फीसद की बढ़त मिली वहा साफ है कि कांग्रेस ने आप के वोट में सेंध लगाई वहीं भाजपा ने भी करीब एक फीसद की बढ़त से ‘आप’ के वोटर खींचे।

घनी आबादी पाले पूर्वोत्तर व पूर्वी दिल्ली में भाजपा सीटों के लिहाज से आप से मुकाबले में बेहतर खड़ी रही। भाजपा नेता नीमा भगत ने तीसरी बार जीत के बाद कहा कि यह जीत मोदी की नीतियों की जीत है। जबकि 3425 वोटों से जीते भाजपा नेता संदीप कपूर ने कहा कि हमने 500 कूड़ाघर खत्म किए। पर आप सरकार ने काम नहीं किया यमुना का प्रदूषण कम नहीं हुआ घरों में गंदा पानी आता है। भाजपा पार्षद राजू सचदेव ने कहा कि जनता आप के भ्रष्टाचारी व शराब की नीति से परेशान थी इसलिए उसकी जीत हुई है।