उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में एबीवीपी से जुड़े छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज की थी। अब यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद इस पर नजर बनाए हुए हैं। लाठीचार्ज में 20 से अधिक छात्र घायल हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं और दोषी अफसरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के भी निर्देश दिए हैं।

लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज घायल छात्र भर्ती हैं। छात्रों से मिलने और उनका हाल-चाल जानने के लिए बुधवार दोपहर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य पहुंचे। उन्होंने कहा कि पुलिस ने छात्रों के साथ बहुत गलत किया है। केशव मौर्य ने कहा कि बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज कर किसी का हाथ पैर तोड़ देना स्वीकार नहीं किया जा सकता।

क्या है मामला?

बाराबंकी स्थित श्रीरामस्वरूप यूनिवर्सिटी में एलएलबी पाठ्यक्रम को लेकर बार काउंसिल आफ इंडिया से मान्यता नवीनीकरण न होने पर सोमवार को छात्रों ने प्रदर्शन किया था। इस प्रदर्शन में एबीवीपी के कार्यकर्ता भी शामिल हुए थे। प्रदर्शन के दौरान ही एबीवीपी कार्यकर्ताओं की पुलिस से नोंकझोंक हुई। इसके बाद पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया, जिसमें दर्जन भर से अधिक छात्र घायल हो गए।

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छात्रों से मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, “दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो गई है और पुलिस की शांति व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी है। एबीवीपी बेहद संस्कारिक संगठन है और अपनी जिम्मेदारी को समझता है। पुलिस को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए। छात्र यूनिवर्सिटी में अपनी मांगों की बात रख रहे थे और उन पर इस तरह की कार्यवाही बर्दाश्त नहीं है।”