दक्षिण दिल्ली में संत रविदास का एक मंदिर गिराए जाने के खिलाफ दलितों का विरोध प्रदर्शन बुधवार (21 अगस्त) को हिंसक हो गया। बता दें कि इस मामले में पुलिस ने भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद को भी अन्य प्रदर्शनकारियों के साथ हिरासत में लिया है। वहीं हिंसक भींड को पुलिस तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े। इसके साथ उनपर पुलिस द्वारा ‘हल्का लाठीचार्ज’ किया गया। साउथ ईस्ट के डीसीपी चिन्मय बिस्वाल ने यह जानकारी दी है। मामले में पुलिस का यह भी कहना है कि प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी भी की जिसका जवाब देने के लिए पुलिस को फायरिंग भी करनी पड़ी।
भीम आर्मी के चीफ पुलिस हिरासत मेंः उच्चतम न्यायालय के आदेश पर दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने 10 अगस्त को मंदिर गिरा दिया था। प्रदर्शनकारियों ने उस स्थल तक मार्च किया और इस दौरान एक समूह हिंसक हो गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर को तुगलकाबाद में हिरासत में लिया गया। इसके बाद उनको कालका जी पुलिस स्टेशन ले जाया गया जहां, डीसीपी ईस्ट दिल्ली और अन्य अधिकारी उनसे पूछताछ कर रहे हैं। गौरतलब है कि पुलिस उनके खिलाफ दंगा और गैरकानूनी गतिविधि में शामिल होने के लिए एफआईआर दर्ज कर रही है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि इस घटना में कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। उन्होंने यह भी कहा कि भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और हल्का लाठीचार्ज भी किया।
DCP South East, Chinmoy Biswal: Bhim Army Chief Chandrasekhar Azad also among those detained. https://t.co/V7Sn5rl2Th
— ANI (@ANI) August 21, 2019
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दलितों का मार्च प्रदर्शनः मामले में दलित संगठन भीम आर्मी ने दावा किया कि उनके नेता चंद्रशेखर आजाद को हिरासत में ले लिया गया और पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाई। इससे पहले दिन में हजारों दलितों ने मध्य दिल्ली के झंडेवालान में अम्बेडकर भवन से रामलीला मैदान तक मार्च किया। बता दें कि वे तुगलकाबाद क्षेत्र में रविदास मंदिर को गिराए जाने का विरोध कर रहे थे। इस प्रदर्शन में बसों और ट्रेनों से देश के विभिन्न हिस्सों से प्रदर्शनकारी आए थे।