Delhi Violence 2020: उत्तर पूर्वी दिल्ली हिंसा में हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल मर्डर केस के आरोपी को दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने सोमवार (3 अक्टूबर, 2022) को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले से गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी वसीम पिछले दो साल से फरार था। हेड कांस्टेबल रतन लाल की मौत से जुड़े एक मामले में वह भगोड़ा अपराधी था। इस बात की जानकारी स्पेशल सीपी, क्राइम/ईओडब्ल्यू, दिल्ली रवींद्र यादव ने मीडिया को दी।

बता दें, 24 फरवरी, 2022 को प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने पुलिस कर्मियों पर हमला कर दिया था। जिसमें रतन लाल के साथ डीसीपी (शाहदरा) अमित शर्मा और एसीपी (गोकलपुरी) अनुज कुमार पर भीड़ ने हमला कर दिया। जहां डॉक्टरों ने लाल को मृत घोषित कर दिया था। वहीं वरिष्ठ अधिकारियों को सिर में गंभीर चोटें आईं और उन्हें सर्जरी करानी पड़ी थी।

आरोपियों की गिरफ्तारी से एक हफ्ते पहले, पुलिस दिल्ली के पूर्वोत्तर जिले में घर-घर जाकर वीडियो इकट्ठा करने के लिए गई थी, जिसमें दिखाया गया था कि 24 फरवरी को भीड़ ने उन पर कैसे हमला किया था। पुलिस ने पांच वीडियो एकत्र किए, जिसमें चांद बाग के पास टीम के आसपास भीड़ दिखाई दे रही थी। गोलियों की आवाज भी सुनी जा सकती थी। जबकि भीड़ ने डीसीपी शर्मा को लाठियों और पत्थरों से पीटा। एक अधिकारी ने कहा था कि पुलिस दंगा रोधी उपकरणों से लैस थी, लेकिन उनकी संख्या कम थी।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने दावा किया था कि संघर्ष के दौरान गोली लगने से रतन लाल की मौत हुई थी। दयालपुर थाने में मामला दर्ज कर सात लोगों को गिरफ्तार किया गया था। अधिकारी ने कहा था कि जांच के दौरान हमने पाया कि पुलिस पर हमला करने की साजिश रची गई थी।

घटना के तुरंत बाद पुलिस ने 15 लोगों को हिरासत में लिया था

घटना की शुरुआत में पुलिस ने 15 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया था। पूछताछ के बाद, पुलिस ने उन सात लोगों को गिरफ्तार किया, जिन्होंने कथित तौर पर लाल पर हथियारों से हमला किया था। पुलिस ने दावा किया था कि आरोपियों ने पुलिस कर्मियों पर हमला करने की साजिश रची।